जबलपुर: दो दशक की मशक्कत के बाद 11 करोड़ से बनी सड़क पर होने लगे कब्जे, कोई देखने वाला नहीं
- गोहलपुर चौराहे से खजरी खिरिया बायपास तक बनी नई सड़क पर भी अतिक्रमण
- दुकानदार सड़क तक फैला रहे सामग्री, निगम नहीं कर रहा कार्रवाई
- टूटकर बिखरने लगे पेवर ब्लॅाक
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। दो दशक की मशक्कत के बाद गोहलपुर चौराहे की सीमा से लेकर खजरी खिरिया बायपास तक 6 किलोमीटर के दायरे में सड़क को स्मार्ट रूप दिया गया। इस सड़क को डामरीकृत कर किनारे के हिस्से में पेवर ब्लॉक भी लगाए और मार्किंग की गई।
शुरुआती एक साल में सड़क की हालत ठीक थी लेकिन उसके बाद अब इसमें कब्जों की होड़ सी लगी है। किनारे के हिस्से में दोनों ओर दुकानों की सामग्री सड़क तक फैलाई जा रही है और पेवर ब्लॉक जो फुटपाथ का रूप लिये थे वे बिखरने लगे हैं।
गोहलपुर थाने की सीमा से लेकर आगे जैसे ही बढ़ते हैं अमखेरा गाँव से पहले नई बस्ती नंबर एक गोहलपुर तक इसमें अतिक्रमण हर दिन बढ़ रहे हैं। सड़क की जो चौड़ाई बनते वक्त थी उसके मुकाबले अब 20 फीट तक कम हो चुकी है।
बस हर तरफ सड़क पर कब्जों की होड़ सी मची हुई है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यह सड़क भले ही दो साल पहले बनी है लेकिन अब इसको फोरलेन बनाना चाहिए। जिस हिसाब से इसमें ट्रैफिक बढ़ा है सड़क का अब चौड़ा होना जरूरी हो गया है।
कुछ इस तरह से कब्जे हैं मार्ग पर
गोहलपुर चौराहे पर सब्जी के ठेले और ऑटो का कब्जा
चौराहे के बायें हिस्सें से निकलना बेहद मुश्किल होता है
गारमेंट काॅम्प्लेक्स के सामने सब्जी बाजार खुल गया
इससे आगे दोनों हिस्सों में दुकानों के कब्जे सड़क तक हैं
खजरी खिरिया चौराहे से थाने की सीमा तक किनारे खाली नहीं
सबसे व्यस्त मार्गों में से एक
हाईवे से पाटन, कटंगी चौराहे के बाद खजरी खिरिया चौराहा ऐसा है जहाँ से बड़ी संख्या में वाहन गोहलपुर सड़क से शहर के अंदर आते हैं। अभी इस सड़क पर हालात ऐसे हैं कि रात के 11 बजे तक भी यह सड़क खाली नहीं रहती है।
कृषि उपज के वाहनों से लेकर शहर के बाहर से जो ट्रकों में सामग्री शहर आती है वह इसी मार्ग से शहर के अंदर लाई जा रही है। कई लिहाज से यह बेहद व्यस्त मार्ग है। इसमें दिनों-दिन होने वाले कब्जे लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं। अतिक्रमणों की वजह से मार्ग पर हादसे तक बढ़ चुके हैं।