जबलपुर: मालगाड़ियों को बायपास करने अलग से बनेगा नया रेल ट्रैक, 60 किमी होगी लंबाई

मुख्य स्टेशन काे विश्वस्तरीय बनाने की योजना के साथ ट्रैक के निर्माण का सर्वे शुरू

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-02 10:41 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

रेल मंडल के मुख्य स्टेशन को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए से नए सिरे से सुर्वसुविधायुक्त व विश्वस्तरीय बनाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है, जिसके बाद यात्री सुविधा बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है। इन दिनों यात्रियों को सबसे बड़ी असुविधा का सामना मालगाड़ियों से करना पड़ रहा है, जिस रूट पर मालगाड़ियों के आवागमन की अधिकता है, उस रूट पर यात्री ट्रेनों को घंटों लेट किया जा रहा है। रेलवे प्रशासन को इस आशय के स्पष्ट निर्देश हैं कि पहले मालगाड़ी को रास्ता दिया जाए, इसके बाद यात्री ट्रेनें रवाना होंगी, जिससे कई बार तो ट्रेनों को आउटर पर भी खड़े करने की नौबत आती है। अब जबकि रेलवे को नए सिरे से विकसित कर विश्वस्तरीय बनाया जाएगा तो यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मालगाड़ियों की निकासी के लिए अलग से नया रेल ट्रैक बनाने की योजना तैयार की गई है। यह ट्रैक करीब 60 किमी लंबा होगा, जो गोसलपुर से भिटौनी तक बनेगा।

गौरतलब है कि पश्चिम-मध्य रेल के निर्माण विभाग द्वारा इस बायपास ट्रैक को बनाने सर्वे शुरू कर दिया गया है। इसके लिए जमीन और लागत पर भी विचार किया जा रहा है। इस वर्ष 2024 से इसका काम शुरू कर दिया जाएगा और हर हाल में तीन साल के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है। बताया जाता है कि जबलपुर मुख्य स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के बाद यहाँ से लगभग सभी राज्यों के लिए यात्री ट्रेनों का संचालन होगा। इस स्थिति में ट्रेनों का दबाव बढ़ेगा। ऐसी स्थिति में मालगाड़ियों को इस रेलवे स्टेशन से गुजरने के बाद बायपास करने की योजना है, ताकि ट्रेनों के दबाव को कम किया जा सके और यात्री ट्रेनों का संचालन प्रभावित न हो सके। जानकारों का कहना है कि इन दिनों मुख्य स्टेशन से करीब एक सैकड़ा यात्री ट्रेनें और आधा सैकड़ा मालगाड़ियाँ निकलती हैं।

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