जबलपुर: एक पुलिया घोंट रही है हमारे अरमानों का गला
- रुंधे गले से पाटन की छात्राओं ने कलेक्ट्रेट में बताई समस्या
- बारिश के दिनों में वे नहीं जा पाती हैं स्कूल
- छात्राओं का कहना है कि जल्द ही परीक्षा होनी है, अगर समस्या बनी रही तो हम परीक्षा नहीं दे पाएँगे।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सर हम पाटन से आए हैं, और केवल इसलिए आए हैं कि हमारे अरमानों का गला घुटने से बच जाए। हम सब पढ़-लिखकर भविष्य सँवारना चाहती हैं लेकिन केवल एक पुलिया हमारे जीवन पर संकट बनकर खड़ी है। जितने रुपयों में शहर में छोटा-मोटा आयोजन हो जाता है बस उतने ही रुपए लगने हैं और पुलिया का जर्जर हिस्सा बन सकता है। बस थोड़ी सी कृपा हम ग्रामीण बच्चियों पर भी हो जाए तो हमारा भविष्य सुनहरा हो जाएगा।
उपरोक्त मर्म स्पर्शी अपील पाटन की ग्राम पंचायत बरौदा हड़ा की स्कूली बच्चियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के समक्ष की। उन्होेंने एक लिखित शिकायत भी सौंपी जिसमें उल्लेख है कि पाटन तहसील से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित बरौदा गाँव को मुख्य मार्ग पाटन से जोड़ने वाली पुलिया कुछ साल पहले तेज बारिश के चलते बह गई थी। इसके कारण ग्रामीण न ही मुख्य मार्ग तक जा पा रहे हैं और न ही छात्र- छात्राएँ स्कूल जा पा रहे हैं।
छात्राओं ने बताया कि गाँव की अधिकांश लड़कियाँ उड़ना हाई स्कूल और पाटन स्कूल में पढ़ाई करती हैं। जैसे ही तेज बारिश होती है टूटी हुई पुलिया पुरी तरह से डूब जाती है, ऐसे में कुछ लोग पानी में पुलिया पार करने की कोशिश करते हैं जबकि बाकी लोग छह किलोमीटर घूमकर रोेंसरा होते हुए उड़ना स्कूल जाते हैं। छात्राओं का कहना है कि जल्द ही परीक्षा होनी है, अगर समस्या बनी रही तो हम परीक्षा नहीं दे पाएँगे।
संभागायुक्त से भी लगाई गुहार
छात्राओं ने संभागीय कमिश्नर से मदद की गुहार लगाई है। कुछ छात्राएँ उनसे मिलने भी कार्यालय पहुँचीं थीं। वहाँ उन्होंने अधिकारियों को अपनी शिकायत सुनाई। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
छात्राओं ने जो पत्र सौंपा है उसमें माँग की गई है कि बरौदा की मेन रोड का निर्माण भी अटका पड़ा है उसे भी पूरा कराया जाए। इस सम्बंध में पाटन एसडीएम मानवेन्द्र सिंह का कहना है कि जल्द ही छात्राओं की समस्या को दूर किया जाएगा।