सस्पेंड: महिला मृत्यु मामले में वैद्यकीय अधिकारी निलंबित

टीएचओ को कारण बताओ नोटिस, परिवार नियोजन शल्यक्रिया के बाद हुई थी मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-16 09:48 GMT

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। धानोरा तहसील के कारवाफा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन शल्यक्रिया के बाद एक महिला की मृत्यु मामले में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह ने कड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने इस मामले में कारवाफा अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी डा. सतीश जांभुले को निलंबित कर दिया है। वहीं धानोरा के तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डा. सखाराम हिचामी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में खलबली मच गयी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कारवाफा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गत 8 दिसंबर को परिवार नियोजन शल्यक्रिया शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कारवाफा निवासी साधना संजय जराते (23) की शल्यक्रिया की गयी। लेकिन दो दिन में ही साधना की तबीयत खराब हो गयी। उसे जिला अस्पताल में रेफर करने के बाद 10 दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गयी। इस मामले में परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इस बीच नागपुर में चल रहे शीतकालीन अधिवेशन के दौरान शेकाप के विधायक जयंत पाटील ने प्रश्न उपस्थित कर स्वास्थ्य मंत्री डा. तानाजी सावंत से शिकायत की मांग की थी। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह ने कारवाफा के वैद्यकीय अधिकारी डा. जांभुले को निलंबित कर दिया है। वहीं तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डा. हिचामी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यहां बता दें कि, परिवार नियोजन शल्यक्रिया के बाद मरीज की मृत्यु होने पर संबंधित मरीज के परिजनों को 2 लाख रुपए की वित्तीय मदद की जाती है। इसके अनुसार साधना के परिजनों को तत्काल 50 हजार रुपए की निधि वितरित की गयी है। साथ ही शेष डेढ़ लाख रुपए की निधि साधना के बच्चों के बैंक अकाउंंट में जमा करने के निर्देश सीईओ सिंह ने दिए हैं।

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