आंदोलन: आंगनवाड़ी सेविकाओं ने जलाई आयुक्तालय के पत्र की होली
हड़ताल जारी, मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। अपनी विभिन्न लंबित मांगों को मनवाने के लिए जिलेभर की आंगनवाड़ी सेविकाओं ने आयटक की अगुवाई में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। इस हड़ताल के कारण जिलेभर की 1771 आंगनवाड़ी केंद्र बंद है जिसके कारण केंद्र के तहत आने वाले गांवों के लाभार्थियों को पोषाहार से वंचित रहना पड़ रहा है। इस बीच हड़ताली कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान देने के बजाए एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना के आयुक्त कार्यालय ने आंगनवाड़ी केंद्रों को पूर्ववत शुरू करने वैकल्पिक व्यवस्था कराने के साथ आंगनवाड़ी सेविकाओं से केंद्र की चाबियां लेने के आदेश जारी किये हैं। इस आदेश के कारण अब हड़ताली कर्मचारियों में असंतोष व्यक्त होने लगा है।
27 दिसंबर को आंगनवाड़ी सेविकाओं ने जिला परिषद कार्यालय के समक्ष धरना आंदोलन करने के बाद आयुक्तालय के पत्र की होली जलाई। इस समय सरकारी नीतियों का जोरदार विरोध भी किया गया। बुधवार को सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुई आंगनवाड़ी सेविकाओं ने पहले जिला परिषद कार्यालय के समक्ष धरना आंदोलन किया। इसके बाद आयुक्तालय के कर्मचारी विरोधी पत्र की होली जलाई। आंदोलन के बाद प्रतिनिधिमंडल ने जिला परिषद के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (बाल कल्याण) को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। आंदोलन के आयटक के राज्य सचिव देवराव चवडे के साथ राधा ठाकरे, कविता चन्ने, रेखा जांभुले, रूपाली क्षीरसागर, मीनाक्षी झोडे, शैला पठान, ज्योति कोमलवार, रूपा पेंदाम, ज्योति कोल्हापुरे, कुंदा बंजावार, अल्का कुकुडकर समेत अन्य आंगनवाड़ी सेविकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।