दौरा: अब स्टील इंडस्ट्री होगी गड़चिरोली की पहचान, 22 हजार करोड़ के निवेश से शुरू होगी विविध परियोजनाएं
राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने पत्र परिषद में दी जानकारी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। अब तक गड़चिरोली की पहचान आदिवासी बहुल, उद्योग विहिन, अतिदुर्गम और नक्सल प्रभावित जिले के रूप में हो रही है। लेेकिन अब यह चित्र बदलने वाले है। भविष्य में गड़चिरोली जिले की पहचान स्टील इंडस्ट्री के रूप में होगी जिसके लिए देश और विदेश की विभिन्न कंपनियां 22 हजार करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न प्रकार की परियोजना यहां आरंभ करेगी। इस प्रक्रिया के लिए राज्य सरकार ने कार्य आरंभ कर दिया है। प्रस्तावित परियोजनाओं के नोटिफिकेशन संबंधित कंपनियों को सौंप दिए गये हैं। स्थानीय स्तर पर शुरू हाेने जा रही इन परियोजनाओं के माध्यम से जिले के सुशिक्षित बेरोजगारों को स्थायी रूप से रोजगार उपलब्ध होगा। उक्ताशय की जानकारी राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दी।
अपने एक दिवसीय गड़चिरोली दौरे पर पहुंचे उद्योग मंत्री सामंत ने सर्वप्रथम जिलाधिकारी कार्यालय में उद्योग संदर्भ की समीक्षा बैठल ली जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि, गड़चिरोली जिले में प्रचूर मात्रा में खनिज सम्पत्ति उपलब्ध है। अब तक इस खनिज सम्पत्ति का उपयोग नहीं हो पाया है। जिले के एकमात्र एटापल्ली तहसील के सुरजागढ़ पहाड़ी पर लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड कंपनी के माध्यम से लोह उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के माध्यम से भी स्थानीयों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। रोजगार देने की इस कड़ी में अब नई कंपनियां भी जुड़ने वाली है जिसमें प्रमुखता से वरद अलॉय फेरो, अंबुजा सिमेंट, जे. एस. डब्ल्यू. जैसी कंपनियां गड़चिरोली जिले में उद्योग शुरू करने के लिए इच्छुक हैं। जेएसडब्ल्यू कंपनी द्वारा जिले में 10 हजार करोड़ का सरिया प्रकल्प आरंभ किया जाएगा। एकमात्र इसी परियोजना के माध्यम से जिले में बेरोजगारों की समस्या हल होगी। अन्य कंपनियों ने यहां उद्योग शुरू करने हरी झंडी दी है। जिले में बनाई गयी एमआईडीसी का विकास भी अब होने लगा है। एमआईडीसी में छोटे और बड़े उद्योग शुरू करने के लिए कुल 48 कंपनियों ने आवेदन पेश किया है जिसमें से 12 कंपनियों को उद्योग के लिए भूमि का आवंटन कर दिया गया है। वहीं 28 कंपनियों को भूमि के लिए पत्र भी भेजे जा चुके हैं।
आरमोरी की एमआईडीसी में 500 हेक्टेयर तो सिरोंचा में 500, चामोर्शी में 1 हजार और गड़चिरोली में 1 हजार हेक्टेयर भूमि में छोटे और मध्यम प्रकार के उद्योग आरंभ किए जाएंगे। कुल मिलाकर गड़चिरोली जिले के विभिन्न एमआईडीसी परिसर में कुल 5 हजार हेक्टेयर भूमि पर उद्योग शुरू कर स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आगामी शीतकालीन अधिवेशन के दौरान एमआईडीसी में प्रस्तावित इन उद्योगों का भूमिपूजन भी किया जाएगा। पत्र परिषद में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास मंडल के मुख्य अधिकारी विपिन शर्मा, पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील, जिलाधिकारी संजय मीना, अतिरिक्त जिलाधिकारी धनाजी पाटील, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास मंडल के सहायक मुख्य अधिकारी विजय राठौड प्रमुखता से उपस्थित थे।