घातक शस्त्र जब्त: महाराष्ट्र-छग सीमा पर भीषण मुठभेड़, 2 नक्सली हुए ढेर
एके-47 राइफल, एसएलआर 2 पिट्टू समेत विभिन्न प्रकार की नक्सल सामग्री मिली
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिला पुलिस विभाग के सुरक्षाबलाें को एक बड़ी सफलता हाथ आयी है। विशेष अभियान दल (सी-60) के जवानों ने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर धानोरा तहसील के बोधिनटोला जंगल परिसर में नक्सलियों के साथ हुई जोरदार गोलीबारी में दो नक्सलियों को ढेर कर दिया । मारे गए नक्सलियों में कसनसुर दलम का उपकमांडर शामिल होकर उसकी शिनाख्त दुर्गेश वट्टी के नाम से हुई है। अन्य एक मृत नक्सली की शिनाख्त करने के कार्य में पुलिस जुटी हुई है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, धानोरा तहसील के गोडलवाही पुलिस थाना से 10 किमी की दूरी पर छत्तीसगढ़ राज्य के मोहला-मानपुर जिले की सीमा पर स्थित बोधिनटोला जंगल परिसर में बड़ी संख्या में नक्सली मौजूद होने की जानकारी जिला पुलिस विभाग को मिली। जानकारी के मिलते ही पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल के मार्गदर्शन में सी-60 कमांडोज को घटनास्थल की ओर नक्सल खोज अभियान पर रवाना किया गया। जैसे ही पुलिस दल बोधिनटोला जंगल परिसर में दाखिल हुए घात लगाए बैठे नक्सलियों ने अचानक पुलिस पर अंधाधूंद गोलियां चलाना शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां दागी। इस बीच पुलिस के बढ़ते दबाव को देख नक्सली घने जंगल की ओर फरार होने में कामयाब रहे। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर की गयी जांच के दौरान दो नक्सलियों के शव बरामद किए गए हंै। इनमें से एक मृत नक्सली की शिनाख्त दुर्गेश वट्टी के नाम से हुई है। वहीं अन्य एक की शिनाख्त अब तक नहीं हो पायी है। पुलिस ने घटनास्थल से 1 एके-47 राइफल, 1 एसएलआर, 2 पिट्टू समेत विभिन्न प्रकार की नक्सल सामग्री भी बरामद की है। दुर्गेश कसनसुर नक्सल दलम का उपकमांडर होकर वर्ष 2019 में कुरखेड़ा तहसील के जांभुलखेड़ा विस्फोट का वह मुख्य सूत्रधार था। इस विस्फोट में जिला पुलिस विभाग के 15 जवान शहीद हुए थे। मृत दोनों नक्सलियों के शव को जिला मुख्यालय लाया गया है। मुठभेड़ के दौरान सी-60 कमांडोज पूरी तरह सुरक्षित होने की जानकारी पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने दी है।