दहशत: खेत में बनी झोपड़ी को किया ध्वस्त धान फसल को पहुंचाया नुकसान
मौशी गांव में जंगली हाथियों ने मचाया उत्पात
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली में दाखिल हुए जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 10 दिनों से कुरखेड़ा तहसील के विभिन्न वनक्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों के झुंड ने सोमवार की रात कुरखेड़ा वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले ग्राम मौशी के खेत परिसर में प्रवेश किया। जहां हाथियों ने एक खेत में बनी झोपड़ी को ध्वस्त करते हुए सूखने के लिए रखे गये धान को तहस-नहस कर दिया। वहीं अन्य किसानों के खेत में बनाए गए धान के ढेर को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया। इस नुकसान से गांव के किसानों को वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार की रात हाथियों ने येड़ापुर गांव के खेतों में उपद्रव मचाया था। इस उपद्रव में भी येड़ापुर गांव के दर्जनों किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था। वर्तमान में खरीफ सत्र अंतिम चरण में होकर कुछ किसानों ने रबी सत्र में बुआई का कार्य शुरू कर दिया है। आज भी खेतों में धान के ढेर सूखने के लिए रखे गए हंै। इस बीच सोमवार की रात जंगली हाथियों के झुंड ने मौशी गांव से सटे खेतों में प्रवेश किया। जहां हाथियों ने खेत में बनी एक अस्थायी झोपड़ी को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। वहीं खेत में सूखने के लिए रखे गये धान को भी तहस-नहस कर दिया। इस घटना में मौशी गांव के दर्जनों किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। घटना की जानकारी मिलते ही वनविभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा का कार्य शुरू कर दिया है। वर्तमान में हाथियों का झुंड मौशी गांव से सटे खेतों में होकर भिमनपायली गांव के वनों की ओर बढ़ने की जानकारी मिली है।