शराब बेचने वालों की खैर नहीं: चारभट्‌टी वासियों ने लिया गांव में शराबबंदी का फैसला

शराब विक्रेताओं से वसूला जाएगा 25 हजार रु. का जुर्माना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-03 10:53 GMT

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। तहसील के चारभट्‌टी गांव के नागरिकों ने नववर्ष पर गांव में शराब बंदी करने का संकल्प लिया है। इस बीच गांव में किसी भी विक्रेता द्वारा शराब की बिक्री की गयी तो, संबंधित से 25 हजार रुपए का जुर्माना वसूल कर इस राशि से गांव में विकास कार्य करने का निर्णय ग्रामीणों ने लिया है। साथ ही विक्रेता को ग्रापं कार्यालय द्वारा किसी भी प्रकार का प्रमाणपत्र नहीं देने का फैसला भी लिया गया है। तहसील के ग्राम चारभट्‌टी आदिवासी बहुल है। गांव परिसर में कुछ शराब विक्रेताओं ने अवैध रूप से भटि्ठयां शुरू कर रखी है। इन भटि्ठयों में शराब तैयार कर इसे गांव में बेची जा रही है। साथ ही यह शराब अन्य गांवों में भी पहुंचायी जा रही है।

गांव और परिसर में लगातार बढ़ रही शराब की बिक्री के कारण कानून-व्यवस्था भंग होने लगी है। इस संदर्भ में नागरिकों ने कई बार कुरखेड़ा पुलिस से शिकायत कर विक्रेताओं पर कार्रवाई की मांग की है। लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से लाेगों में असंतोष व्यक्त होने लगा है। इस बीच सोमवार, 1 जनवरी को गांव के नागरिकों ने एकजुटता दिखाते हुए समूचे गांव में शराब बंदी करने का संकल्प लिया है। गांव में सक्रिय शराब विक्रेताओं के नाम नोटिस जारी करते हुए शराब की बिक्री करने पर 25 हजार रुपए का जुर्माना वसूलने की चेतावनी भी दी गयी है। इस सभा में विवादमुक्त गांव समिति के अध्यक्ष करंगसु कवडो, जिला परिषद शाला के प्रधानाध्यापक पठान, ग्रामसेवक अंबादे, वासुदेव निंबेकर, भाऊराव तिरगम, गणेश नैताम, सुशिला निंबेकर, रूखमा कुंभरे, जयवंत कवय्याम, कविता कवडो, प्रीति मडावी, सुरेश कवडो, सुनील कुमरे, हरिराम दर्रो, इंदरशाह कुमरे, मुक्तिपथ अभियान की शारदा मेश्राम, सतीश बागडे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।

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