बेहोश कर किया कैद: अंतत: नरभक्षी बाघिन टी-13 पिंजरे में कैद
मुलूरचक जंगल परिसर में आरआरटी टीम को मिली सफलता
डिजिटल डेस्क, आरमोरी (गड़चिरोली)। गत 19 अक्टूबर को तहसील के रामाला खेत परिसर में एक महिला मजदूर पर जानवेला हमला करने वाली नरभक्षी टी-13 बाघिन को बेहोश कर पिंजरे में कैद करने में अंतत: आरआरटी को सफलता मिल गई है। आरआरटी टीम के पशुवैद्यकीय अधिकारी डा. रविकांत खोब्रागडे और शार्प शूटर अजय मराठे के टीम ने सोमवार, 23 अक्टूबर की सुबह 8 बजे के दौरान तहसील के मुलूरचक के सर्वे क्रमांक 12/1 में बाघिन को बेहोश कर पिंजरे में कैद किया। नरभक्षी बाघिन पिंजरे में कैद होने से क्षेत्र के ग्रामीणों समेत किसानों ने राहत महसूस की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार 19 अक्टूबर की दोपहर 11 बजे के दौरान आरमोरी निवासी ताराबाई एकनाथ धोडरे (76) नामक महिला मजदूर रामला गांव से सटे खेत में धान कटाई के कार्य पर पहुंची थी। इसी बीच टी-13 बाघिन ने ताराबाई पर हमला बोल दिया था जिसमें उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी। घटना के बाद रामला समेत परिसर के ग्रामीणों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया था।
स्थिति के मद्देनजर वनविभाग के आला-अधिकारियों ने नरभक्षी बाघिन को पकड़ने के आदेश जारी किए थे। आदेश जारी होते ही चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा और गड़चिरोली की आरआरटी टीम को आरमोरी रवाना किया गया। गुरुवार से ही बाघिन को पकड़ने की मुहिम आरंभ की गयी। जंगल परिसर में दर्जनों की संख्या में ट्रैप कैमरे लगाकर केवल तीन दिन में ही दाेनों टीमों के सदस्यों ने बाघिन को पकड़ने में सफलता हासिल की है। बेहोश कर पकड़ी गई बाघिन को गोरेवाड़ा के वन्यजीव संग्रहालय में रवाना करने की कार्रवाई वनविभाग ने शुरू की है। कार्रवाई गड़चिरोली के वनसंरक्षक एस. रमेशकुमार के मार्गदर्शन में देसाईगंज के उपवनसंरक्षक धर्मवीर सालविट्ठल, सहायक वनसंरक्षक संदीप भारती, परिविक्षाधिन वन परिक्षेत्र अधिकारी पवनकुमार जोंग, आरमोरी के वन परिक्षेत्र अधिकारी अविनाश मेश्राम, क्षेत्र सहायक राजेंद्र कुंभारे, अजय उरकुडे, ताड़ोबा व्याघ्र अंधारी प्रकल्प टीम के सदस्य दीपेश टेंभूर्णे, याेगेश लाकडे, गुरुनानक ढोरे, वसीम शेख, विकास ताजने, प्रफुल वाटगुरे, निकेश शेंदे, मनान शेख, गड़चिरोली आरआरटी टीम के सदस्य आशीष भोयर, अजय कुकुडकर, मकसुद सैयद, गुणवंत बावनथडे, पंकज फरकाडे, निखिल बारसागडे आदि ने की।