कार्रवाई की मांग: वनरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किया अर्धनग्न आंदोलन
धांधली का आरोप, शीघ्र कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । तहसील के आंबेशिवणी बिट में वनरक्षक पद पर कार्यरत राजेश दुर्गे के खिलाफ धांधली का आरोप लगाते हुए उनके कार्यकाल में किए गए सभी कार्यों की जांच कर कार्रवाई करने की मांग को लेकर आरंभ किया गया बेमियादी ठिया आंदोलन लगातार जारी रहा। इस बीच आंदोलनकर्ताओं ने वनविभाग के मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के समक्ष अर्धनग्न आंदोलन कर विभाग का निषेध व्यक्त किया। ज्ञापन में आंदोलनकर्ता योगाजी कुडवे ने बताया कि, गड़चिरोली तहसील के आंबेशिवणी गांव में ग्रापं के तहत कागजों पर संयुक्त वन प्रबंधन समिति का गठन किया गया है। इस कागजी समिति के माध्यम से बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप कुडवे ने लगाया है।
फर्जी समिति द्वारा श्यामाप्रसाद मुखर्जी योजना की राशि में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। इस भ्रष्टाचार के लिए इस बिट के वनरक्षक जिम्मेदार होकर उनके द्वारा किये गये सभी कार्यों की जांच करने के लिए कुडवे ने बेिमयादी ठिया आंदोलन शुरू किया है। बुधवार को मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के समक्ष ढोल बजाओ आंदोलन करने के बाद मंगलवार को आंदोलनकर्ताओं ने अर्धनग्न आंदोलन कर वनविभाग का ध्यानाकर्षण किया। संबंधित वनरक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने पर आंदोलन को तीव्र करने की चेतावनी दी गयी है। आंदोलन में सामाजिक कार्यकर्ता योगाजी कुडवे, रवींद्र सेलोटे, आकाश मट्टामी, नीलकंठ संदोकर, चंद्रशेखर सिडाम, विलास भानारकर, विलास धानफोले, रवींद्र धानफोले, अमोल झंझाड, सुनील बाबनवाडे, मोतीराम चंद्रगिरे, मुरली गोडसुलवार, तुलशिराम मेश्राम, दिलीप झंझाड आदि समेत अन्य आंदोलनकर्ता उपस्थित थे।