होगी कड़ी कार्रवाई: नायलॉन मांजा जब्त, मनपा ने बनाया संयुक्त जांच दल
नायलोन मांजा बेचने वालों की खैर नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर । मकर संक्राति पर पतंगबाजी के दौरान हर साल नायलॉन मांजा का इस्तेमाल होता है। इसके चलते कई मर्तबा भीषण दुर्घटना में नागरिकों की जान तक चली जाती है। ऐसे में हाईकोर्ट की ओर से प्रदूषण नियंत्रण मंडल, पुलिस विभाग और महानगरपालिका को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। मनपा की ओर से इस बार प्रदूषण नियंत्रण मंडल और पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त जांच पथक का गठन करने की जानकारी दी गई है। एक ओर शहर की सभी पतंग बिक्री की दुकानों का औचक निरीक्षण कर प्लास्टिक कैरीबैग की भांति 5,000 रुपए दंड करने का प्रावधान किया गया है। वहीं दूसरी ओर साइबर पुलिस ने 10 ई-कामर्स कंपनियों को नोटिस जारी कर आनलाइन बिक्री को पाबंद करने की ताकीद दी है। नायलॉन मांजा और पतंग की बिक्री पर आनलाइन पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
उपराजधानी में नायलॉन मांजा की बिक्री को पाबंद करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। मनपा प्रशासन ने पुलिस और एमपीसीबी के साथ संयुक्त जांच दल का गठन किया है। इस जांच दल की ओर से शहर की प्रत्येक पतंग और मांजा बिक्री की दुकानों की जांच की जाएगी। नायलॉन मांजा और प्लास्टिक पतंग के मिलने पर 5,000 रुपए दंड का प्रावधान भी किया गया है। पिछले साल मनपा की ओर से 370 दुकानों की जांच की गई थी। वहीं दूसरी ओर साइबर पुलिस विभाग ने आॅनलाइन मांजा और पतंग बिक्री को रोकने के लिए 10 से अधिक ई-कॉमर्स कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया है। इसके साथ ही आनलाइन पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
प्लास्टिक पतंग जब्त : उपद्रव शोध पथक ने हनुमाननगर जोन के जूनी शुक्रवारी परिसर में जितेन्द्र पतंग भंडार की औचक जांच की। इस दौरान प्लास्टिक की करीब 300 पतंगों को जब्त किया गया। उपद्रव शोध पथक ने 5,000 रुपए दंड किया है। इससे पहले जूनी शुक्रवारी परिसर में ही 28 नवंबर को साहू पतंग भंडार से भी प्लास्टिक पतंग को जब्त किया गया था। शहर में अब भी बड़े पैमाने पर प्लास्टिक पतंग का भंडार आ गया है। इन पतंगों को ऐन संक्राति के दो दिनों पहले बाजार में उतारे जाने का अंदेशा जताया जा रहा है।
प्रतिनिधियों को बुलाकर दी कड़ी चेतावनी: उपराजधानी में नायलोन मांजा और प्लास्टिक पतंग को लेकर 10 से अधिक ई-कामर्स कंपनियों को नोटिस जारी किया है, ताकि आॅनलाइन प्रतिबंधित मांजा और पतंग की बिक्री को रोका जा सके। इसके साथ ही कंपनियों के प्रतिनिधियों को बुलाकर कड़ी ताकीद भी दी गई है। साइबर पुलिस की ओर से लगातार आॅनलाइन पेट्रोलिंग भी की जा रही है। अर्चित चांडक, पुलिस उपायुक्त,
आर्थिक अपराध शाखा
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