राज्यपाल रमेश बैस ने कहा: विद्यार्थियों को चुनौती शिविर में समर्पण भाव से शामिल होना चाहिए

गोंडवाना यूनिवर्सिटी में रासेयो शिविर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-26 11:46 GMT

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । विद्यार्थियों में समुदाय को आकार देने की क्षमता और देश में आनेवाली हर आपदाओं जैसी चुनौतियों से लड़ने का साहस रखने का सपना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है। देश को सुरक्षित और विकसित रखने के लिए विद्यार्थियों को चुनौती शिविर में समर्पण भाव से शामिल होना चाहिए। ऐसा कथन महाराष्ट्र राज्य के राज्यपाल रमेश बैस ने किया। गोंडवाना विश्वविद्यालय के रासेयो विभाग की ओर से राज्य आपदा प्रबंधन शिविर के उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन सोमवार, 25 दिसंबर को किया गया । इस समय कार्यक्रम के अध्यक्ष  के रूप में वे ऑनलाइन मार्गदर्शन कर रहे थे। प्रमुख अतिथि के रूप में मंच पर सांसद अशोक नेते, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, कुलगुरु डा.प्रशांत बोकारे, प्र.कुलगुरु डा.श्रीराम कावले, कुलसचिव डा.अनिल हिरेखन, विधायक कृष्णा गजबे, जलगांव विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा.विनोद पाटिल, राष्ट्रीय आपदा मोचनबल के स.समादेशक प्रवीण धट, सीनियर इन्स्पेक्टर एन.डी.आर.एफ.कृपाल मुले, अधिष्ठाता विज्ञान व तंत्रज्ञान डा.अनिल चिताडे, अधिष्ठाता मानव विज्ञान विद्याशाखा डा.चंद्रमौली, गोंडवाना विश्वविद्यालय के रासेयो संचालक डा.श्याम खंडारे, रासेयो संचालक तानाजी चौगुले, व्यवस्थापन परिषद के सदस्य गुरुदास कामडी, प्रशांत मोहिते, प्रा.डा.विवेक जोशी, गोंडवाना विश्विवद्यालय के परीक्षा संचालक डा.दिनेश नरोटे आदि उपस्थित थे। शिविर के उद्घाटन के पूर्व चुनौती ध्वज का ध्वजारोहण मंच पर उपस्थित अतिथियों के हाथों किया गया। विद्यार्थियों के दृष्टिकोण में समाज के प्रति आत्मीयता निर्माण करने और साहस बढ़ाने की नजर से चुनौती शिविर का आयोजन किया गया है।

जब देश या जिले पर बाढ़, भूकंप, भुखमरी की समस्याएं आती है। तब युवाओं में उनसे उभरने का साहस और क्षमता होनी चाहिए। इस उद्देश से भी चुनौती शिविर का आयोजन किया गया है। इस समय सांसद अशोक नेते कहा कि, गोंडवाना विश्वविद्यालय में आयोजित चुनौती शिविर से जिले के विद्यार्थियों को फायदा होगा। सरकार को भी आपदा से निपटने के लिए इन युवाओं की सहायता लेने का मौका मिलेगा। कुलगुरु बोकारे ने कहा कि, पृथ्वी पर निर्माण होनेवाली आपदाओं का प्रमुख कारण मानव निर्मित है। इन आपदाओं से निपटने के लिए विद्यार्थियों को शिक्षित करना जरूरी है। विद्यार्थियों में इन आपदाओं से चुनौतीपूर्ण लड़ने का साहस और क्षमता होनी चाहिए, इस उद्देश से चुनौतीपूर्ण शिविर का आयोजन किया गया। मंच पर उपस्थित जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, विधायक कृष्णा गजबे अौर अन्य अतिथियों ने मार्गदर्शन किया। गोंडवाना विश्वविद्यालय की ओर से डा.मनीष देशपांडे और कृष्णा देवईकर ने राजभवन में पहुंचकर राज्यपाल रमेश बैस का स्वागत किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के सहायक समादेश प्रवीण धट ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की प्रस्तावना राष्ट्रीय सेवा योजना संचालक डा.श्याम खंडारे ने रखी। संचालन डा.शिल्पा आठवले ने किया। आभार कुलसचिव डा.अनिल हिरेखन ने माना। सफलतार्थ सहायक समन्वयक डा.प्रिया गेडाम समेत गोंडवाना विश्विवद्यालय के सभी प्राध्यापक, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने प्रयास किया। इस समय चुनौती शिविर में शामिल विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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