मिला सम्मान: दिव्यांग पुनर्वसन में नक्सलग्रस्त गड़चिरोली देश का सर्वोत्कृष्ट जिला
केंद्र सरकार ने की घोषणा
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।आदिवासी बहुल और नक्सलग्रस्त गड़चिरोली जिले में अब सरकार की योजनाएं पहुंचने लगी हैं। आम नागरिकों के साथ दिव्यांग व्यक्तियों का जीवनस्तर भी अब बदलने लगा है। जिला प्रशासन द्वारा हाल ही में फरवरी और मार्च माह के दौरान जिले के दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विभिन्न प्रकार के उपक्रम चलाकर उन्हें योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इस कार्य को देखते हुए केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्रालय ने दिव्यांग पुनर्वसन के लिए गड़चिरोली को देश का सर्वोत्कृष्ट जिला के रूप में घोषित किया है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने इस पुरस्कार की अधिकृत घोषणा की। आगामी 3 दिसंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों जिला प्रशासन को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
गड़चिरोली के जिलाधिकारी संजय मीना, जिला परिषद के तत्कालीन मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद,वर्तमान सीईओ आयुषी सिंह की संकल्पना और मिशन इंस्टीट्यूट फॉर ट्रेनिंग, रिसर्च एंड एक्शन (मित्र) संस्था द्वारा संचालित गड़चिरोली जिला दिव्यांग पुनर्वसन केंद्र के प्रकल्प संचालक अभिजित राऊत के सहयोग से 20 फरवरी से 16 मार्च 2023 की कालावधि में जिलेभर में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया गया। करीब 47 शिविरों के माध्यम से 9 हजार 700 दिव्यांग व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गयी। वहीं 7 हजार 970 दिव्यांगों को दिव्यांगता का प्रमाणपत्र उनके घर तक पहुंचाया गया। वहीं जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 720 दिव्यांग व्यक्तियों की आईक्यू टेस्ट भी की गयी। जिला प्रशासन द्वारा किये गये इस उल्लेखनीय कार्य को देखते हुए दिव्यांग पुनर्वसन के लिए गड़चिरोली जिले को देश का सर्वोत्कृष्ट जिले के रूप में घोषित किया गया है। यह पुरस्कार आगामी 3 दिसंबर को दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। केंद्र सरकार का यह महत्वपूर्ण पुरस्कार गड़चिरोली जिले को घोषित होने से एक बार फिर नक्सल प्रभावित गड़चिरोली की पहचान देशभर में हुई है।