प्रदर्शन: सड़क मरम्मत के लिए भेंडाला में विधायक ने किया चक्काजाम
प्रशासन के आश्वासन के बाद समाप्त किया आंदोलन
डिजिटल डेस्क, चामोर्शी (गड़चिरोली)। चामोर्शी-हरनघाट मार्ग की मरम्मत करने की मांग निरंतर करने के बाद भी प्रशासन ने अनदेखी की। अंतत: क्षेत्र के विधायक डा. देवराव होली ने परिसर के सैकड़ों नागरिकों की उपस्थिति में तहसील के भेंडाला गांव में चक्काजाम आंदोलन किया। आंदोलन की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने इस महामार्ग की तत्काल मरम्मत करने का आश्वासन देने से आंदोलनकर्ताओं ने आंदोलन खत्म किया। बता दें कि, गड़चिरोली और चंद्रपुर जिले को यही मार्ग जोड़ता है। जगह-जगह गड्ढे पड़ जाने से इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ गई थी। इसी कारण विधायक डा. होली ने शुक्रवार, 13 अक्टूबर तक मरम्मत का कार्य आरंभ न करने पर शनिवार, 14 अक्टूबर को चक्काजाम आंदोलन करने की चेतावनी प्रशासन को दी थी।
चेतावनी के बाद भी मरम्मत का कार्य शुरू नहीं होने से विधायक डा. होली ने परिसर के भेंडाला के बस स्थानक चौक में चक्काजाम आंदोलन किया। इस आंदोलन के कारण चामोर्शी-हरनघाट मार्ग की यातायात कई घंटों तक ठप पड़ा रहा। अांदोलन की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर सड़क मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू करने का आश्वासन दिया। साथ ही इस कार्य के लिए 19 करोड़ 10 लाख रुपए की निधि मंजूर होने की जानकारी भी दी जिसके चलते आंदोलनकर्ताओं ने चक्काजाम आंदोलन समाप्त किया। अांदोलन में विधायक डा. देवराव होली के साथ भाजपा के जिला सचिव दिलीप चलाख, बंगाली आघाड़ी जिलाध्यक्ष सुरेश शाह, संतोष सुरावार, भाऊजी दहेलकर, संजय खेडेकर, भुवनेश्वर चौधरी, रवि धोटे, उमेश पिठाले, रामचंद्र वरवाडे, प्रतीक राठी, संजय चौधरी, दीपक वासेकर, डोमदेव वन्नेवार, उमेश कुकडे समेत परिसर के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
सत्ता पक्ष के विधायक को क्यों करना पड़ा आंदोलन? : राज्य में भाजपा की सरकार है। चामोर्शी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक डा. देवराव होली भी सत्ताधारी पार्टी के ही हंै। सत्ता में वे शामिल होने के कारण सड़क मरम्मत के लिए उनके द्वारा यह आंदोलन क्यों करना पड़ा? यह सवाल शनिवार को दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। सत्ता के खेमे में होने के कारण विधायक डा. होली आसानी से किसी भी कार्य के लिए निधि मंजूर करवा सकते हैं। लेकिन उनके द्वारा किया गया यह आंदोलन सीधे रूप से प्रशासन और सरकार के खिलाफ होने के कारण विधायक डा. होली की कार्यप्रणाली पर भी अब सवालिया निशान अंकित होने लगे हंै।