खौफ: डोंगरमेंढा क्षेत्र में जंगली हाथियों के बाद अब भालू के दिखने से सहमे लोग
किसानों और नागरिकों में भय का माहौल
डिजिटल डेस्क, देसाईगंज (गड़चिरोली)। ओड़ीसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुए जंगली हाथियों के झुंड ने पिछले ढाई वर्षों से जिले के उत्तर विभाग में उत्पात मचाकर नागरिकों में दहशतपूर्ण माहौल बनाए रखा है। जंगली हाथियों के झुंड ने अभी एक माह पूर्व देसाईगंज तहसील में अपना डेरा जमाकर स्थानीय किसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान किया था। इस नुकसान से सवरने के लिए प्रयासरत डोंगरमेंढा क्षेत्र के किसानों के समक्ष अब भालू के दहशत की नई मुसीबत आन पड़ी है। बुधवार, 10 जनवरी को डोंगरमेंढा क्षेत्र के चोप निवासी लिलेश्वर पर्वते के खेत में शाम 5.30 बजे के दौरान भालू को प्रवेश करते हुए नागरिकों ने देखा था।
स्थानीय तहसील के डोंगरमेंढा क्षेत्र के किसानों व नागरिकों में भयपूर्ण माहौल बना हुआ है। बता दें कि, जंगली हाथियों के झुंड में शामिल एक हथिनी के मृत्यु के बाद जंगली हाथियों का उत्पात कम हो गया है। रबी फसल की खेती करनेवाले किसानों के सामने अब भालू की दहशत है। पिछले कुछ दिनों से यह भालू देसाईगंज तहसील के कोरेगांव, जुनवानी हनुमान मंदिर व नवतला के खेत परिसर में टहलते हुए किसानों को नजर आया है। वनविभाग की ओर से नागरिकों को सतर्कता बरतने की बात कही है। ज्ञात हो कि गड़चिरोली में 15दिन पहले एक जंगली हाथी ने बुजुर्ग महिला की जान ले ली थी । घटना के बाद से लोग काफी सहमे हुए हैं। बुजुर्ग महिला की मौत की घटना और हाथियों के खौफ से लोग अभी उबरे भी नहीं थे कि भालू के दिखने से लोगों की नींद उड़ गई है।
भालू के हमले में किसान जख्मी : सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र प्रदेशिक, उपवनपरिक्षेत्र नवरगांव के बिट रत्नापुर में गुरुवार को सुबह 10:30 बजे के दौरान गट क्र 596 खुद के खेत मे काम कर रहे किसान पर भालू ने हमला कर दिया। हमले में किसान घायल हो गया। घायल किसान का नाम रत्नापुर निवासी नरेंद्र शामराव सोनवणे (46) है। घटना की जानकारी वनविभाग को मिलते ही नवरगांव उपवनपरिक्षेत्र के क्षेत्र सहायक उसेडी, बिट के वनरक्षक वैद्य घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया गया। जख्मी किसान का सिंदेवाही ग्रामीण अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर उसे चंद्रपुर जिला अस्पताल में रवाना किया है।