रोष: आंगनवाड़ी सेविकाओं ने मिनी मंत्रालय पर दिया धरना
- कोरोना काल में ग्राम पंचायत स्तर पर किया था जनजागरण का कार्य
- मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। कोरोना काल के दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर आंगनवाड़ी सेविकाओं और आशा वर्करों ने जनजागरण का कार्य किया। इस कार्य के लिए राज्य सरकार ने 1 हजार रुपए प्रोत्साहन भत्ता मंजूर किया था। लेकिन 19 महीने बीत जाने के बाद भी यह भत्ता प्रदान नहीं किया गया। इस कारण संतप्त आंगनवाड़ी सेविकाओं ने सिटू के नेतृत्व में जिला परिषद कार्यालय के समक्ष धरना आंदोलन किया। आंदोलन के बाद विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह को सौंपा गया। ज्ञापन में आंगनवाड़ी कर्मचारी संगठन (सिटू) के पदाधिकारियों ने राज्य सरकार की इस वादाखिलाफी का तीव्र शब्दों में विरोध व्यक्त किया है। आंदोलन में आंगनवाड़ी कर्मचारी संगठन के रमेशचंद्र दहिवडे, अमोल मारकवार, प्रमोद गोडघाटे, रामदास जराते समेत सुशीला कार, रंजना चाैकुंडे, विमल कमरो, शशिकला कोनटे, भागीरथा दुधबावरे, सुमन तोकलवार, भारती रामटेके, विद्या निंब्रड आदि समेत सैंकड़ों की संख्या में अन्य आंगनवाड़ी सेविकाएं और अाशा वर्कर उपस्थित थे।