तफ्तीश: कलेक्टर के बंगले में ही एसआरपीएफ जवान ने खुद को मारी गोली, मृत्यु के पूर्व स्टेट्स बदला
- घटना के कुछ देर पूर्व ही आए थे जिलाधिकारी
- आत्महत्या का कारण तलाश रही पुलिस
- तीन साल पहले ही हुआ था जवान का विवाह
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। कलेक्टर के बंगले में ही एसआरपीएफ जवान ने खुद को मारी गोली मृत जवान का नाम उत्तम किसनराव श्रीरामे (32) नांदेड़ जिले के देलगुर तहसील के निवासी बताया गया है । आत्महत्या करने के पूर्व उन्होंने अपने मोबाइल पर "आदमी मरता है, आत्मा नहीं' इस आशय का स्टेटस भी लिखा था। यह घटना उस समय हुई जब जिलाधिकारी संजय मीना कुछ देर पूर्व अपने निवासस्थान में पहुंचे थे। इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार, तीन वर्ष पूर्व उत्तम का विवाह हुआ था। राज्य आरक्षित दल के पुणे गुट क्रमांक 1 में वे बतौर पुलिस सिपाही पद पर कार्यरत थे।
वर्तमान में उन्हें गड़चिरोली में भेजा गया था। पिछले कुछ दिनों से जिलाधिकारी संजय मीना के सरकारी निवासस्थान शिखरदीप में सुरक्षा रक्षक के रूप में कार्य रहे हंै। सोमवार की सुबह अपनी ड्यूटी पूर्ण करने के बाद निवासस्थान परिसर में ही सुरक्षा रक्षकों के लिए बनाए गये विश्रामगृह में वे पहुंचे और अपनी बंदूक से सिर पर गोली दाग दी। गोली की आवाज सुनाई देते हुए अन्य सुरक्षा रक्षक निवासस्थान में पहुंचे।इस समय उन्हें उत्तम खून से लथपथ पाया गया।
उल्लेखनीय है कि, घटना के कुछ ही देर पहले जिलाधिकारी संजय मीना अपनी छुटि्टयां पूर्ण कर निवासस्थान पहुंचे थे। घटना की जानकारी मिलते ही एसआरपीएफ के अधिकारियों व अन्य जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचकर गड़चिरोली पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। उत्तम की आत्महत्या का कारण अब तक ज्ञात नहीं हो पाया है। जबकि गड़चिरोली पुलिस ने मर्ग दाखिल कर अधिक जांच शुरू कर दी है।