वन्यजीव: करंट लगने से हुई हथिनी की मृत्यु, गम में डूबा हाथियों का झुंड

किसी जगह भी नुकसान जैसी घटना नहीं हुई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-04 11:16 GMT

डिजिटल डेस्क,कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। कुरखेड़ा तहसील के वाढ़ोना खेत परिसर में बिजली का करंट लगने से एक हथिनी की मृत्यु हाे गयी । घटना के बाद से बुधवार तक जंगली हाथियों के झुंड ने किसी भी स्थान पर नुकसान की घटना को अंजाम नहीं दिया है। वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि, हथिनी की मृत्यु के बाद अब सारा झुंड गम में डूबा हुआ है। इसी कारण हाथियों की हलचल अब किसी भी गांव परिसर में देखी नहीं जा रही है। सर्वविदित है कि, हाथी दुनिया की सबसे बुद्धिमान प्रजातियों में से एक है। हाथी कई प्रकार के व्यवहार प्रदर्शित करते हैं जिसमें दुख मनाना, सीखना, मातृत्व, अनुकरण, खेल, परोपकारिता जैसे व्यवहार आसानी से देखे जा सकते हैं। गत रविवार को वाढ़ाेना खेत परिसर में जंगली हाथियों के झुंड की एक हथिनी की बिजली का करंट लगने से मृत्यु हो गयी। घटना के समय हाथियों का झुंड इसी खेत परिसर में मौजूद था। लेकिन सुबह होते ही यह झुंड जंगल परिसर की ओर रवाना हो गया। इस बीच हथिनी की मृत्यु के कारण गम में डूबा हाथियों का झुंड रविवार से बुधवार तक किसी भी गांव परिसर में देखा नहीं गया।

गड़चिरोली वनविभाग के मानद वन्यजीव रक्षक मिलिंद उमरे ने इस संदर्भ में दैनिक भास्कर को बताया कि, बिजली का करंट लगने से झुंड के बड़ी हथिनी की मृत्यु हो गई थी। शायद यह हथिनी झुंड की मुखिया हो सकती है। इसी कारण सारा झुंड शोक में हो सकता है। लेकिन ऐसी स्थिति में हाथी और भी अधिक आक्रामक हो सकते हैं। ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता भी मानद वन्यजीव रक्षक उमरे ने व्यक्त की है। बता दें कि, पिछले ढाई वर्षों से ओड़िसा राज्य के जंगली हाथी गड़चिरोली जिले में मौजूद हैं। इस कालावधि में हाथियों ने जिले के धानोरा, कुरखेड़ा, कोरची, आरमोरी, देसाईगंज और गड़चिरोली तहसील के विभिन्न गांव परिसर में पहुंचकर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया। हाथियों ने मनुष्यों पर भी हमला करना नहीं छोड़ा। अब तक 6 से अधिक लोगों की मृत्यु हाथियों के हमले में हुई है। इस बीच तीन माह पूर्व चंद्रपुर जिले के सावली परिसर में इसी झुंड के एक नर हाथी की बिजली का करंट लगने से मृत्यु हुई थी। वहीं गत रविवार, 31 दिसंबर की तड़के कुरखेड़ा तहसील के वाढ़ोना खेत परिसर में भी बिजली का करंट लगने से एक हथिनी की मृत्यु हुई। पिछले तीन दिनों से झुंड के हाथियों की कोई हलचल गांव परिसर में देखी नहीं गयी है। इस कारण वनविभाग सतर्कता बरतकर हाथियों पर नजर रख रहा हैै।

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