खौफ: खेत में कपास चुन रही महिला पर घात लगाकर बैठे बाघ ने किया हमला, घटनास्थ्ल पर मौत
- मुलचेरा तहसील के कोलसापुर जंगल में हुई घटना
- कोलसापुर समेत क्षेत्र के गांवों में दहशत
- घर से बाहर निकलने के लिए डर रहे हैं लोग
डिजिटल डेस्क, मूलचेरा (गड़चिरोली)। जिले के मूलचेरा तहसील के ग्राम कोलसापुर के जंगल परिसर से सटे खेत में कपास चुनने का कार्य कर रहीं एक महिला किसान पर नरभक्षी बाघ ने हमला कर दिया। जिसमें महिला किसान की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी। मृत महिला किसान का नाम ग्राम कोलसापुर निवासी रमाबाई शंकर मुंजनकर(55) बताया गया है। घटना से कोलसापुर समेत क्षेत्र के गांवों में दहशत का माहौल है। बता दें कि पिछले 15 दिनों में नरभक्षी बाघ ने तीन महिलाओं का शिकार किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मकर संक्रांति का त्योहार होने के कारण रमाबाई दिनभर अपने घर में ही थी। त्योहार निपटाकर शाम में वह अपने खेत में कपास चुनने के लिए पहुंची थी। इस बीच खेत में घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला किया। जिसमें उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। शाम 7 बजे के बाद रमाबाई अपने घर वापस नहीं लौटने के कारण परिजनों ने खेत परिसर में पहुंचकर उसकी खोजबीन की। इस दौरान खेत में उसका शव दिखायी दिया। ग्रामीणों द्वारा घटना की जानकारी वन विभाग के मार्कंड़ा वन परिक्षेत्र कार्यालय को दी गयी। पश्चात वन परिक्षेत्र अधिकारी भारती राऊत, मूलचेरा पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक अशोक भापकर और उनकी टीम ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का मुआयना किया। घटनास्थल पर बाघ के पंजों के निशान पाए गए है। इस घटना से नागरिकों में दहशत का माहौल होकर इस नरभक्षी बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने के साथ मृत रमाबाई के परिजनों को आर्थिक मदद देने की मांग कोलसापुर के नागरिकों ने प्रशासन से की है।
पखवाड़े भर में तीन महिलाएं गंवा चुकी जान
बता दें कि, वर्ष 2023 में बाघ के हमले में 6 व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी। वहीं जनवरी माह में पिछले 15 दिनों की कालावधि में बाघ ने तीन महिलाओं को अपना शिकार बनाया है। पहली घटना गत 3 जनवरी को हुई थी। गड़चिरोली समीपस्थ वाकड़ी गांव के खेत परिसर में बाघ ने एक महिला को शिकार बनाया था। वहीं 7 जनवरी को अहेरी तहसील के चिंतलपेठ खेत परिसर में कपास चुन रहीं एक महिला पर बाघ ने हमला किया था और अब 15 जनवरी को देर शाम मूलचेरा तहसील में भी बाघ ने एक महिला को अपना निवाला बनाया। लगातार बढ़ रहीं घटनाओं के कारण नागरिकों ने वन विभाग से इन बाघों का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग की है।