गडचिरोली जिले में: 200 ग्रामसभाओं ने शराब कारखाने के विराेध में पारित किया प्रस्ताव
- पेसा दिवस पर आक्रामक हुईं ग्रामसभाएं
- समय आने पर जिले में जनआंदोलन करने की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । जिले में शराब कारखाने का भूमिपूजन जब से हुआ है, तब से ग्रामसभाओं ने आक्रामक रुख अपनाते हुए निरंतर विरोध किया है। धानोरा में आयोजित पेसा दिवस कार्यक्रम के अवसर पर जिले की 200 ग्रामसभाओं ने महुआ शराब कारखाने के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया ।
कार्यक्रम के दौरान समय पड़ने पर जिले में जनआंदोलन करने की चेतावनी भी 200 ग्रामसभा के पदाधिकारियों ने दी। जिले की ग्रामसभाओं के अध्यक्ष, गांवप्रमुख, पूजारी, भूम्या, जमीनदार, महिला व युवकों की सहमति से शराब कारखाने के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। पेसा महोत्सव में जिला महाग्रामसभा प्रमुख देवाजी ताेफा, पूर्व विधायक तथा इलाका प्रमुख हीरामण वरखडे, एड.ताराम, दौलतशहा मडावी, बाजीराव नरोटे, नाजूकराव तोफा, गनू जांगी व नागरिक उपस्थित थे।
शराब कारखाना नहीं जहर निर्माण की फैक्ट्री : पूर्व विधायक वरखडे : जिले में सरकार शराब कारखाना निर्माण किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार की ओर से जिले की जनता को बर्बाद करने का नियोजन होने की आशंका दिखाई दे रही है। जिले में शराब कारखाने का निर्माण करने का मतलब जहर निर्माण करना है। महुआ से खाद्यपदार्थ निर्माण किए जा सकते हैं। लेकिन सरकार ने महुआ शराब कारखाने को मंजूरी देकर जिले के नागरिकों को पिछड़ा बनाने की साजिश है।
शराब कारखाने की अनुमति रद्द की जाए : देवाजी तोफा : जिला महाग्रामसभा प्रमुख देवाजी ताेफा ने कहा कि जिले के दबाव तंत्र का प्रयोग कर शराब कारखाना निर्माण किया जा रहा है। कारखाना निर्माण होने से युवाओं में शराब की लत और बढ़ेगी। विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति घृणा निर्माण होगी। महिलाओं के साथ शराब के कारण बड़ी संख्या में अत्याचार किए जाएंगे। इसलिए शराब कारखाना सरकार जल्दी रद्द करें, अन्यथा जिले में जनआंदोलन किया जाएगा ऐसी चेतावनी भी दी।