दर्दनाक - नहीं ली सुध: शिकायत के बाद भी खुले थे नट- टावर गिरने से एक ही परिवार के तीन सदस्य घायल, एक की मौत
- टॉवर के नट खुलने की शिकायत के बाद भी नहीं ली सुध
- आंधी तूफान से गिरा टावर
- एक की मौत तीन घायल
- अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग
डिजिटल डेस्क, बीड। किल्ले धारूर इलाके में दर्दनाक हादसे के दौरान एक ही परिवार के चार सदस्य बुरी तरह घायल हो गए। जिनमें एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पड़ित एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं, दरअसल 11 मई की शाम 5 बजे बीएसएनएल का टावर तेज हवा के कारण नीचे आ गिरा। इस हादसे में चार बुरी तरह जख्मी हुए। उनमें एक ने शाम साढ़े 7 बजे अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। तीन घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है।
जानकारी के अनुसार शनिवार शाम अचानक आए आंधी-तूफान के चलते बीएसएनएल का टावर गिर गया। टावर गिरने से तीन मकानों को नुकसान पहुंचा है। जिससे लाखों का नुकसान होने की संभावना जताई गई है। घायलों में राधा कौर गोके, जस्मीत कौर विजय सिंह गोके, जोगिंदर सिंह आदल सिंह गोके निवासी संभाजी नगर शामिल हैं। जब्कि सोनम गोके उम्र 27 साल की उपचार के दौरान मौत हुई। इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प़ंचनामा किया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
बीएसएनएल के कर्मचारी की लापरवाही से घटी घटना
टावर परिसर के नागरिकों ने आरोप लगाते हुए कहा की दो साल पहले ही बीएसएनएल टावर के नट बोल्ट ढीले हो गई थे। जिसकी जानकारी किल्ले धारूर बीएसएनएल कर्मचारी को दी थी, लेकिन उन्होने इसको अनदेखा किया। फिर केज के बीएसएनएल कार्यालय जाकर जानकारी दी गई। मामले में शिकायत दी थी। इसके बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। इलाके के लोगों ने मामले में कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
बैमोसम बारिश हुई
पिछले माह भी किल्ले धारूर परिसर में जोरदार ओलावृष्टी हुई थी। ओलावृष्टी से फलों के बागों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद अब शनिवार को शाम जोरदार बारिश से किसानों का नुकसान हुआ है।