निशाना: सरकार रेशम उत्पादकों को प्रोत्साहित करने की बजाय उनका दमन कर रही है - पटोले
Instead of encouraging silk producers, the government is suppressing them - Patole
डिजिटल डेस्क, बीड़. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले सूखा दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने 31 मई को बीड जिले से गेवराई तहसील के रुई गांव में सूखे का निरीक्षण किया। गेवराई तहसील का रुई गांव रेशम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। रेशम उत्पादन के लिए लगभग 12 सौ एकड़ कृषि भूमि का उपयोग किया जाता है, किसानो को इस रेशीम उत्पादन में करोडो रूपए का मुनाफ़ा मिलता है। लेकिन इस वर्ष में बारीश की कमी के कारन सूखे के कारण पूरे 12 सौ हेक्टेयर कृषि भूमि पर रेशम उत्पादन नष्ट हो गया है।उसी दरमियान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले शुक्रवार को रुई गांव में जाकर किसान के खेतो में जाकर सुखाग्रस्त का जायजा लिया।इसी दरमियान नाना पटोले ने पत्रकारो से बातचीत करते हुई कहा कि कांग्रेस सूखे की राजनीति नहीं करना चाहती, लेकिन, किसानों का दर्द सरकार को बताना होगा। इसका उद्देश्य किसानों की मदद करना और उन्हें राहत पहुंचाना है। सरकार रेशम उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के बजाय उनका दमन कर रही है। नाना पटोले ने यह भी गंभीर आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार किसानों का मजाक उड़ा रही है। लोग भूख से मर रहे हैं, यह भयावह स्थिति है।किसान परेशान हैं, नुकसान हो रहा है।हालांकि नाना पटोले ने यह भी अपील की है कि किसान गलत कदम न उठाएं। बैंक किसानों को कर्ज देने को तैयार नहीं हैं। खाद-बीज की कालाबाजारी हो रही है। नाना पटोले ने सरकार को टैंकर माफिया न बनाने, सरकारी खजाना न लूटने की भी चेतावनी देते हुए पूछा कि सरकार सारी स्थिति किसानों पर क्यों ला रही है।
मुख्यमंत्री व कृषिमंत्री का फोन नॉटरिचबेल
बीड जिले से गेवराई तहसील के रूई गांव में किसानो के खेत में सुखा ग्रस्त का जायजा लेते समय किसानो के सामने नाना पटोले ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व कृषि मंत्री धनंजय मुंडे को फोन लगाया किंतू उनका फोन नॉटरिचबेल बताया।