‌Beed News: अंबाजोगाई की योगेश्वरी माता के दर्शन करने लगा भक्तों का तांता, बढ़ाई सुविधाएं

  • अंबाजोगाई में जयंती नदी के तट पर भक्तों का तांता लगा
  • कोकणवासियों सहित कई समुदाय की कुलस्वामिनी
  • मंदिर परिसर में 52 सीसी टीवी कैमेरा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-05 13:59 GMT

‌Beed News : सुनील चौरे। अंबाजोगाई में जयंती नदी के तट पर भक्तों का तांता लगा है। अंबाजोगाई की योगेश्वरी माता जो कोकणवासियों सहित कई समुदाय की कुलस्वामिनी मानी जाती है।माता योगेश्वरी वास्तव में आदिशक्ति का रूप है। राक्षस बहुत क्रोधित हो गया तो माता ने योगेश्वरी का रूप धारण किया और उसे मार दिया। दांत सुर राक्षस को मारने के बाद माता ने आम के पेड़ के नीचे विश्राम किया था, इसलिए इस स्थान को अंबाजोगाई नाम से जाने लगा। परली के वैजनाथ भगवान का विवाह योगेश्वरी माता से तय हुआ था। कोंकण से योगेश्वरी माता और अतिथी परली वैद्यनाथ को रवाना हुए थे, लेकिन समय बीत गया था और योगेश्वरी का विवाह नहीं हुआ। इसके कारण माता कुंवारी ही रहीं और वापस कोंकण न जाकर माता जिस स्थान पर रुकीं, वह स्थान आज अंबाजोगाई है। 11वीं शताब्दी के आसपास बनाया गया भव्य मंदिर देखते ही बनता है।

शारदीय नवरात्रि में धार्मिक कार्यक्रम के लिए श्रद्धालुओं को सुविधाएं

इस नवरात्रि उत्सव के दौरान अक्षम और बीमार भक्त व्हीलचेयर की मदद से सीधे योगेश्वरी के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर में पुरुष भक्त पंद्रह मिनट और महिलाएं आधे घंटे में दर्शन कर सकती हैं। अंबाजोगाई स्थित योगेश्वरी देवी के मंदिर में नवरात्रि उत्सव के दौरान स्ट्रीट लैंप की व्यवस्था की गई है। मंदिर में दर्शन के लिए आने वाली महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारें होंगी।

मंदिर परिसर में 52 सीसी टीवी कैमेरा

अंबाजोगाई की माता के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं  की सुरक्षा के लिए इस साल मंदिर परिसर में कुल 52 सीसीटीवी लगाए गए हैं। हर दिन सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक कुल 18 महिलाएं और पुरुष सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस की भी व्यवस्था है। मंदिर में दर्शन के लिए आने वालों के लिए प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक महाप्रसाद की व्यवस्था की गई है। योगेश्वरी देवी के मंदिर में इस बार नवरात्रि महोत्सव के अवसर पर संगीत भजन, गायन कीर्तन, जगदंबा संदेश जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।

जिलाधिकारी व तहसीलदार के हाथों कलश स्थापना

शारदीय नवरात्रि घटस्थापना के पर्व पर जिलाधिकारी अविनाश पाठक और अंबाजोगाई के तहसीलदार विलास तंरगे के हाथों कलश स्थापना कर महापूजा की गई।

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