खड़गे का तंज: मल्लिकार्जुन का बड़ा निशाना, बोले - अपमान कर कहते हो अयोध्या नहीं आए
- गरीब को छेड़ते हो, शंकराचार्य को नहीं
- मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर कसा तंज
डिजिटल डेस्क, नागपुर. अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सवालाें पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है-आप हमारा अपमान करते हो। दलित, आदिवासियों को मंदिरों में नहीं जाने देते हो। फिर भी सवाल करते हो कि अयोध्या नहीं आए। उस समारोह में सभी शंकराचार्य भी नहीं पहुंचे थे। शंकराचार्य को नहीं छेड़ते, गरीबों को ही छेड़ते हो। खड़गे ने यह भी कहा कि भाजपा फिर से सत्ता में आएगी तो देश में चुनाव ही नहीं होगा। लोकतंत्र व संविधान समाप्त हो जाएगा।
वोट का खेल मत खेलो
रविवार को गोलीबार चौक में महाविकास आघाड़ी की चुनाव प्रचार सभा में खड़गे बोल रहे थे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे, पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार, पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री अनीस अहमद मंच पर थे। मोदी को चेतावनी देते हुए खड़गे ने कहा-वोट का खेल मत खेलो। एससी, एसटी जाग उठे तो आप परेशान हो जाओगे।
एससी, एसटी का अपमान
नए संसद भवन की नींव रखने के कार्यक्रम में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को शामिल नहीं किए। भवन के उद्घाटन के समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को नहीं आमंत्रित नहीं किया गया। एससी, एसटी का अपमान हर स्तर पर किया जा रहा है। देश के कई मंदिरों में अब भी कमजोर वर्ग के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। घोड़े पर दूल्हा बैठे तो उसकी पिटाई की जाती है। अयोध्या के कार्यक्रम को लेकर शंकराचार्यों का भी अपमान किया गया। इसलिए सारे शंकराचार्य उस समारोह में नहीं पहुंचे। धर्म का विरोध नहीं किया जा सकता है। मैं अपने नाम के अनुरूप स्वयं को भगवान का अवतार कह सकता हूं, लेकिन धर्म के नाम पर दिखावा नहीं कर सकता हूं। अयोध्या के समारोह के लिए विपक्ष से मेरे अलावा केवल सोनिया गांधी को आमंत्रित किया गया था।
बाबासाहब की तस्वीर नहीं लगाते थे
मोदी भी कहने लगे हैं कि बाबासाहब आंबेडकर के संविधान को बचाने का काम किया जा रहा है। नई पीढ़ी काे यह स्मरण रहे कि कांग्रेस के राज में संविधान बनाया गया। बाबासाहब ने संविधान लिखा। संविधान निर्माण में भाजपा या आरएसएस का योगदान नहीं है। ये तो स्वतंत्रता आंदोलन में भी शामिल नहीं थे। इनके लोग नौकरियां करते थे। बाबासाहब की तस्वीर को कार्यालयों में नहीं लगाते थे। आरएसएस के कार्यालय में कई वर्षों तक तिरंगा झंडा नहीं लहराया गया। कांग्रेस की लड़ाई भाजपा, मोदी या गडकरी से नहीं, बल्कि मनुवादी विचारधारा से है।
भाजपा के पास भ्रष्टाचार धुलाई की लांड्री
कालाधन वापसी के वादे का उल्लेख करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार की धुलाई के लिए लांड्री खोली है। मोदी एक-एक कर भ्रष्टाचारी लाते हैं, अमित शाह उनको लांड्री में डालते हैं और गडकरी उनको बाहर निकालते हैं। सारे के सारे साफ हो जाते हैं। एमएलए, एमपी ही नहीं सीएम चुराये जाने लगे हैं। भ्रष्टाचारी ठहराकर 23 लोगों को पहले मोदी ने धमकाया फिर भाजपा में शामिल कराया।