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भारत जैसे देशों के लिए अहम तकनीकी सफलताएं लेकर आए
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भारत जैसे देशों के लिए कंप्यूटर विज्ञान के कुछ सबसे तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में नई सफलताएं हासिल की हैं, जिनकी देश को सबसे ज्यादा जरूरत है।
कंपनी के प्रमुख गूगल आई/ओ 2020 सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पिचाई ने कहा कि गूगल की फ्लूड फॉरकास्टिंग तकनीक ने पिछले साल भारत और बांग्लादेश में 23 मिलियन लोगों को बाढ़ अलर्ट भेजा था।
उन्होंने बुधवार देर रात कहा, पिछले साल के मानसून में हमारे बाढ़ अलर्ट ने भारत और बांग्लादेश में 23 मिलियन से अधिक लोगों को सूचित किया और हमारा अनुमान है कि इससे सैकड़ों हजारों लोगों को समय पर निकालने में मदद मिली।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि कंपनी गूगल अनुवाद में 24 नई भाषाओं को जोड़ रही है।
उन्होंने कहा, एक साथ, इन भाषाओं को 300 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा बोला जाता है।
गूगल मैप्स पर, कंपनी ने अब तक लगभग 1.6 बिलियन इमारतों और 60 मिलियन किमी से अधिक सड़कों की मैपिंग की है।
पिचाई ने कहा, हमने इस साल भारत और इंडोनेशिया में मैप की गई इमारतों की संख्या को भी दोगुना कर दिया है। वैश्विक स्तर पर, इन नई तकनीकों का उपयोग कर गूगल मैप्स पर 20 प्रतिशत से अधिक इमारतों का पता लगाया गया है।
यूट्यूब पर, कंपनी ने ऑटो-जेनरेटेड चैप्टर लॉन्च किए, जिससे लोगों को उस हिस्से तक पहुंचना आसान हो गया, जिसमें लोग सबसे अधिक रुचि रखते हैं।
पिचाई ने कहा, अब हमारा लक्ष्य ऑटो-जेनरेटेड चैप्टर वाले वीडियो की संख्या को 10 गुना करने का है, जो आज के आठ मिलियन से बढ़कर अगले वर्ष में 80 मिलियन हो गया है। कंपनी मोबाइल पर यूट्यूब पर ऑटो-ट्रांसलेटेड कैप्शन भी ला रही है।
उन्होंने कहा, दर्शक अब 16 भाषाओं में वीडियो कैप्शन का ऑटो-अनुवाद कर सकते हैं और निर्माता अपने वैश्विक दर्शकों को बढ़ा सकते हैं।
पिचाई ने कहा, पाठ सारांश के लिए हमारे मशीन लनिर्ंग मॉडल में से एक का उपयोग करते हुए, गूगल डॉक्स स्वचालित रूप से शब्दों का व्याख्यान करेगा और मुख्य बिंदुओं को बाहर निकाल देगा। यह प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण के लिए एक बड़ी छलांग है।
उन्होंने कहा, हम वर्कस्पेस में अन्य उत्पादों के लिए सारांश लॉन्च कर रहे हैं। यह अगले कुछ महीनों में गूगल चैट पर आ जाएगा।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   12 May 2022 4:30 PM IST