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कार्यवाही: अमेजॅन पर फेक राम मंदिर प्रसाद मिलने पर CCPA ने जारी किया नोटिस, अमेजॅन ने लिस्ट से हिटाया
- CCPA ने अमेजॅन को नोटिस भेजा था
- अमेजॅन से 7 दिनों में जवाब मांगा था
- अमेजॅन ने प्रसाद को लिस्ट से हटा दिया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में धूम है। वहीं इस अवसर का कुछ लोग जमकर फायदा उठा रहे हैं। हाल ही में एक शिकायत में सामने आया कि, ई कॉमर्स वेबसाइट अमेजॅन पर राम मंदिर के नाम पर नकली प्रसाद बेचा जा रहा था। इस पर व्यापार मंडल CAIT ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से शिकायत की थी। जिसके बाद CCPA ने अमेजॅन को नोटिस भेजा गया।
नोटिस के बाद अमेजॅन ने राम मंदिर प्रसाद की लिस्ट को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। साथ ही सेलर के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर दी गई है। वहीं अमेजॅन ने लगातार मिल रही इन शिकायतों पर अपना बयान भी जारी किया है।
ये है पूरा मामला
अमेजॅन पर अयोध्या के राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर प्रसादी बेची जा रही थी। यहां बिक रहे लड्डू को बिहारी ब्रदर्स ब्रांड्स के नाम से बेचा जा रहा था। लड्डू के पैकेज में लिखा था- 'रघुपति लड्डू प्रसादम'। इसके बाद इस अमेजॅन की शिकायत की गई थी।
सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने राम मंदिर प्रसाद के नाम पर बेची जा रही मिठाई की शिकायत पर अमेजॅन को नोटिस जारी किया था। इसके लिए CCPA ने ऐमेजॉन से 7 दिनों में जवाब मांगा था। जिस पर CCPA ने कहा था कि यदि इस संबंध में जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत प्लेटफॉर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ही अमेजॅन ने सेलर पर कार्रवाई की है।
वहीं इस संबंध में अमेजन के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा है, 'हमें कुछ विक्रेताओं द्वारा भ्रामक उत्पाद दावों और उनके उल्लंघन की जांच के संबंध में सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) से सूचना मिली है। फिलहाल हम अपनी नीतियों के अनुसार ऐसी लिस्टिंग के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहे हैं।
वीआईपी पास का मामला
बता दें कि, बीते दिनों राम मंदिर के 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में वीआईपी कार्ड उपलब्ध कराने के नाम पर व्हाट्सअप पर मैसेज भेजे गए थे, जो कि फेक थे। वहीं कई यूजर्स को QR कोड भेजे जा रहे हैं। मैसेज में दावा किया गया है कि, QR कोड्स राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा जारी किया गया है, जिसे स्कैन करके एक ऐप डाउनलोड करना है और इसी से आपको वीआईपी पास प्राप्त होगा। हालांकि, इस मामले में अथॉरिटीज ने साफ किया है कि ये फेक है।
Created On :   20 Jan 2024 9:25 PM IST