मध्यप्रदेश: बांस से कलात्मक वस्तु सृजन का विशाल केंद्र बनेगा शुजालपुर: उच्च शिक्षा मंत्री परमार
- मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कौशल विकास उत्कृष्टता केंद्र का किया उद्धाटन
- 2047 के विकसित भारत के संकल्प पर दिया जोर
- शुजालपुर में विभिन्न योजनांतर्गत का किया भूमिपूजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। विश्वमंच पर देश की शान को पुनर्स्थापित करने के लिए हमें अपने लोगों की उपलब्धियों पर गर्व करने की परंपरा विकसित करनी होगी। भारतीय ज्ञान परम्परा में निहित वैज्ञानिक दृष्टिकोण के पुनर्शोध की आवश्यकता है। स्वत्त्व के भाव के उद्घोष के साथ ही स्वाभिमानी राष्ट्र "2047 के विकसित भारत" का संकल्प साकार होगा। इसके लिए हमें अपने परंपरागत ज्ञान को आधुनिक तकनीक समावेशी बनाकर अपनी विशिष्टता को विश्वपटल पर रखना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसरण में शिक्षा में व्यापक परिवर्तन कर कौशलपरक एवं रोजगारमूलक शिक्षा पर क्रियान्वयन किया जा रहा है। यह बात उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने मंगलवार को स्वातंत्र्य वीर सावरकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण शुजालपुर में कौशल विकास उत्कृष्टता केंद्र (बांस वस्तु उत्पादन एवं प्रशिक्षण केंद्र) के लोकार्पण के अवसर पर कही। यह केंद्र लागत राशि 1 करोड़ 7 लाख 11 हजार रुपए राशि से निर्मित स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत म.प्र. राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड का महत्वाकांक्षी उपक्रम है।
उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि यह केंद्र, मध्यप्रदेश का पहला ऐसा कौशल विकास केंद्र होगा, जहां बांस की कलात्मक वस्तुओं का निर्माण होगा और यहां के प्रशिक्षणार्थी अब देश-प्रदेश में अपने हुनर का जौहर दिखाएंगे। शुजालपुर, देश-प्रदेश में बांस से कलात्मक वस्तु सृजन का केंद्र बनेगा। यह केंद्र हमारे गौरवशाली परंपरागत ज्ञान के आधार स्तंभ को मजबूत करने का कार्य करेगा। परमार ने कहा कि शहर के केन्द्र में स्थित होने के कारण यह नवीन कौशल विकास केंद्र प्रशिक्षणार्थियों के ज्ञानार्जन के लिए अत्यधिक उपयोगी एवं कौशल अनुरूप सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगा।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने भी वर्चुअली सम्मिलित होकर उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया और नवीन कौशल विकास उत्कृष्टता केंद्र (बांस वस्तु उत्पादन एवं प्रशिक्षण केंद्र) के शुभारंभ के लिए क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं दीं।
शुजालपुर में विभिन्न योजनांतर्गत 18 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन
उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने मंगलवार को शुजालपुर नगर में विभिन्न योजनांतर्गत राशि 18 करोड़ 23 लाख 24 हजार रुपए से होने वाले निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। इसके अंतर्गत लागत राशि 11 करोड़ 29 लाख 84 हजार रुपए से अमृत 2.0 योजनांतर्गत जल प्रदाय के विभिन्न घटकों के निर्माण कार्य शामिल है। शुजालपुर नगर में लागत राशि 1 करोड़ 70 लाख 31 हजार रुपए से अमृत 2.0 योजनांतर्गत जमधड़ नदी का कायाकल्प एवं रानी लक्ष्मीबाई पार्क के उन्नयीकरण का कार्य होगा। वहीं एसडीएमएफ द्वितीय चरण योजनांतर्गत लागत राशि 3 करोड़ 46 लाख 58 हजार रुपए से गेबियन वॉल घाट निर्माण एवं नगर के विभिन्न वार्डो में आरसीसी नालों का निर्माण होगा। कायाकल्प योजनांतर्गत लागत राशि 1 करोड़ 76 लाख 51 हजार रूपए से नगर की सड़कों का सुदृढ़ीकरण एवं डामरीकरण होगा। उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि शुजालपुर विधानसभा विकास पथ पर अनवरत गतिमान है और शुजालपुर के विकास एवं कायाकल्प में हम पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।
जेएनएस महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में हुई कार्यशाला
उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने मंगलवार को शुजालपुर के जवाहरलाल नेहरू स्मृति शासकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय में "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना" विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में भी सहभागिता की। श्री परमार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा से ही राष्ट्र के पुनर्निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा और इसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सही दिशा में क्रियान्वयन करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। भारतीय ज्ञान परम्परा समावेशी शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम एवं कोर्सेज तैयार किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय शिविर में भाग लेने वाले स्वयंसेवको को सम्मानित भी किया।
Created On :   13 March 2024 3:34 AM IST