सरकार के खिलाफ युवक कांग्रेस ने घेरा भाजपा कार्यालय, विधायक समेत 43 कार्यकर्ता गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क,सतना। महंगाई समेत विभिन्न मांगों को लेकर युवक कांग्रेस ने केन्द्र और मप्र राज्य में सत्तारूढ़ दल के जिला कार्यालय का घेराव किया। युकां नेताओं की मंशा भाजपा कार्यालय में तालाबंदी करने की भी थी लेकिन पुलिस ने इसे विफल कर दिया। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भाजपा दफ्तर के नजदीक भारी पुलिस की तैनाती की गई थी, जिसकी कमान सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान के हाथों में थी। युकां कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने सडक़ पर बेरीकेड लगाकर रखा था जिसे पार करने के चक्कर में कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। विरोध प्रदर्शन में स्थानीय विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी हिस्सा लिया। पुलिस ने अतत: विधायक समेत 43 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया जिन्हें बाद में मुचलके पर छोड़ा गया।
संगठन की क्या हैं मांगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदन से सदस्यता जाने के बाद पार्टी मुखर है। समूचे देश में प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस का कहना है कि लोकतंत्र खतरे है। राहुल गांधी की आवाज को दबाकर केन्द्र सरकार सच को छुपाने का प्रयास कर रही है। विधायक ने कहा कि विपक्ष का काम है आम अवाम की आवाज को उठाना मगर सत्ता में बैठी भाजपा सरकार विपक्ष को शून्य साबित कर सदैव सत्ता का सुख भोगना चाहती है। उन्होंने सवाल उठाए कि आखिर इनके नेता अपनी डिग्री दिखाने से क्यों डरते हैं, ये कभी बेरोजगारी, किसानों, महिलाओं के हित और महंगाई के विषय की चर्चा सदन में करने से क्यों डरते हैं।
घसीटते ले गई पुलिस
भाजपा कार्यालय में जबरदस्ती घुसने के प्रयास में युकां कार्यकर्ताओं एवं पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घसीटकर दूर किया। झूमा-झटकी में कई कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं। प्रदर्शन में संजीव अग्रवाल, रामकुमार तिवारी, राजदीप सिंह, युकां के पूर्व प्रदेश सचिव विक्रांत त्रिपाठी, पंकज कुशवाहा, अंकित गुप्ता, मयंक वर्मा, देवर्षि पाण्डेय, शिवशंकर गर्ग, बद्री पांडेय, आशुतोष सिंह अमित अवस्थी, केके सिंह, राशिद खान, अनुराग गर्ग, गौरव शर्मा, रजनीश यादव समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
जिला अध्यक्ष ने कहा- ये संगठन का प्रदर्शन नहीं
दूसरी ओर युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मशहूद अहमद शेरू ने कहा कि यह प्रदर्शन जिला युवक कांग्रेस का नहीं है, क्योंकि इस कार्यक्रम की जानकारी उन्हें खुद नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के लिए न तो युकां के पदाधिकारियों से राय-मशविरा किया गया और न ही किसी युकां के विधानसभा अध्यक्षों से सहमति ली गई।
Created On :   14 April 2023 7:29 AM GMT