कचरे को बनाया लाभ का धंधा (खुशियों की दास्तां) दीदीयों को मिली धनतेरस पर राशि!

Waste turned into a profitable business (tales of happiness) Didis get money on Dhanteras!
कचरे को बनाया लाभ का धंधा (खुशियों की दास्तां) दीदीयों को मिली धनतेरस पर राशि!
खुशियों की दास्तां कचरे को बनाया लाभ का धंधा (खुशियों की दास्तां) दीदीयों को मिली धनतेरस पर राशि!

डिजिटल डेस्क | ग्वालियर कोई चीज व्यर्थ नहीं होती। कचरे से भी पैसा कमाया जा सकता है। ग्वालियर जिले की जौरासी जनपद में सेग्रीगेशन सेट पर काम करने वाली दीदीयों ने भी अपनी मेहनत से धनतेरस पर धन प्राप्त किया। अपनी मेहनत का परिणाम जब नगद राशि के रूप में धनतेरस पर प्राप्त हुआ तो दीदीयों के चेहरे खुशी से खिल उठे। ग्वालियर जिला पंचायत द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट अंतर्गत क्लस्टर जौरासी में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण एवं प्लास्टिक वेस्ट संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही सेग्रीगेशन शेड क्लस्टर जौरासी पर कचरे का सेग्रीगेशन भी कराया जा रहा है। इसके साथ ही गीले कचरे से जैविक खाद बनाने का कार्य भी प्रारंभ हुआ है। सूखे कचरे से प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट अंतर्गत 585 किलो से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक का दिवाली की पूर्व संध्या पर सेग्रीगेशन कराया गया और कबाड़ी वाले वेण्डर को विक्रय कर प्राप्त राशि सेग्रीगेशन शेड पर काम करने वाली दीदियों को प्रदान की गई।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष तिवारी के मार्गदर्शन में स्वयंसेवी संस्था अनुभव के माध्यम से मिशन चलो गांव की ओर के तहत यह कार्य किया जा रहा है। सीईओ श्री तिवारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में भी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत जिला पंचायत द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया है। इसमें स्वयंसेवी संस्थायें भी आगे आई हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़ी दीदियों को अब कचरे के माध्मय से भी आर्थिक लाभ मिलने लगा है। इसके साथ ही इस अभियान से ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों को भी गति मिली है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणजन भी अब अपने गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिये सक्रियता से कार्य में जुटे हैं। जिले के कई गांव ग्रामीण स्वच्छता मिशन की वजह से बदले-बदले नजर आ रहे हैं और गांव में एक नई ऊर्जा के साथ ग्रामीणजन जुट गए हैं। आने वाले दिनों में ग्वालियर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कार्य हाथ मे लिए जायेंगे। मधु सोलापुरकर सहायक संचालक, ग्वालियर

Created On :   5 Nov 2021 2:57 PM IST

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