हजारों दीपों से जगमगाएगा श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर

Shree Poddareshwar Ram Temple will be lit with thousands of lamps
हजारों दीपों से जगमगाएगा श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर
शताब्दी महोत्सव हजारों दीपों से जगमगाएगा श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर

डिजिटल डेस्क,  नागपुर। श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर के शताब्दी महोत्सव निमित्त 1 मार्च को दीप दर्शन तथा 4 मार्च को दीप महोत्सव का विशेष आयोजन किया गया है। हजारों दीपों से मंदिर और रामझूला जगमगा उठेगा। 
1 मार्च को दीप दर्शन : श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर के विश्वस्त पुनीत पोद्दार ने पत्र-परिषद में बताया कि 4 मार्च को मंदिर की स्थापना को 100 वर्ष पूर्ण होंगे। मंदिर के शताब्दी महोत्सव निमित्त 1 मार्च को नागपुर शहर में पहली बार अनूठा आयोजन दक्षिण भारत के प्रसिद्ध श्री तिरुपति बालाजी व रामेश्वरम में भगवान के दर्शन की तरह श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर में भी मंदिर के भवन एवं विराजमान ठाकुरजी के दर्शन 21 हजार दीपों के झिलमिल प्रकाश में शाम 6.30 से रात 9.30 बजे तक होंगे।  श्री तिरुपति बालाजी व रामेश्वरम में भगवान के दर्शन अभी भी शस्त्रीय निर्देशानुसार बिना बिजली के दीपकों के प्रकाश में होते हैं। 

4 मार्च को दीपोत्सव : 4 मार्च को शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर भवन एवं सामने रामझूला पर 31 हजार दीपकों से दीपोत्सव मनाया जाएगा। दीपोत्सव शाम 6.30 से रात 9.30 बजे तक चलेगा। इसके अतिरिक्त मंदिर में दिनभर अभिषेक, हवन, सहस्त्रनाम अर्चना, बधाई गीत होंगे।

श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा
श्रीरामनवमी पर देश में सबसे विशाल श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा के लिए प्रसिद्ध श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर को हैरिटेज विभाग ने सांस्कृतिक हैरिटेज का दर्जा दिया है। मंदिर का शिलान्यास सन 1919 में सेठ जमनाधर पोद्दार ने कराया था। मंदिर निर्माण के लिए संगमरमर और संगमूसा राजस्थान के मकराना से और लाल बलुआ पाषाण श्यामवर्णी शिलाएं कोराडी के पास मिली। जयपुर के शिल्पकारों ने चार वर्ष में सन 1923 में मंदिर का निर्माण किया। श्री विग्रह का निर्माण जयपुर के शिल्पी पं. गोविंदराम उदयराम ने किया था। 28 फरवरी 1923 को प्राणप्रतिष्ठा काशी के विद्वान पं. प्रभुदत्त शर्मा ने करवाई। प्रथम ट्रस्ट मंडल में जमनाधर पोद्दार, उनके अनुज जीवराज, भतीजे नागरमल, पौत्र अमोलकचंद तथा शिवप्रसाद गाड़ोडिया, गौरीशंकर गोयनका, मथुरादास राठी थे। 1925 में जमनाधर पोद्दार का निधन हुआ। वर्तमान मैनेजिंग ट्रस्टी रामकृष्ण पोद्दार तथा ट्रस्टी महेंद्रकुमार पोद्दार, सुरेश अग्रवाल, सीताराम ढांढनिया, सूरज अग्रवाल, बिपिन पोद्दार, पुनीत पोद्दार हैं। मंदिर द्वारा सालभर सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।  पत्र-परिषद में मैनेजिंग ट्रस्टी रामकृष्ण पोद्दार, ट्रस्टी महेंद्रकुमार पोद्दार, बिपिन पोद्दार, पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी, संतोष काबरा, किशोर पाटील, अजीत सारडा, श्रीकांत आगलावे, महेंद्र कटारिया आदि ंउपस्थित थे। 

Created On :   28 Feb 2023 12:41 PM IST

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