विदर्भ के फारेस्ट एरिया में बारिश के बीच हो रहीं जंगल सफारियां

Jungle safaris are happening in the forest area of Vidarbha amid rain
विदर्भ के फारेस्ट एरिया में बारिश के बीच हो रहीं जंगल सफारियां
पर्यटकों को उठाना पड़ रही जोखिम विदर्भ के फारेस्ट एरिया में बारिश के बीच हो रहीं जंगल सफारियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मौसम विभाग की मानें तो पूरे विदर्भ में शाम के वक्त तूफानी बारिश हो रही है। बावजूद इसके वन विभाग की ओर से जंगल सफारी को ब्रेक नहीं लगाया गया। परिणाम स्वरूप पेंच, उमरेड-करांडला, नवेगांव-नागझिरा, ताड़ोबा आदि जगहों पर धड़ल्ले से जंगल सफारियां की जा रही हैं। ऐसे में कभी भी तूफानी बारिश के बीच जंगलों में पेड़ टूटने से पर्यटकों के जांन पर बनने का खतरा पैदा हो रहा है। बावजूद इसके वन विभाग राजस्व कमाने के चक्कर में जोखिम भरी सफारी करा रहा है। 
विदर्भ के कोर इलाकों के अलावा  मेलघाट, ताडोबा अंधारी, पेंच, बोर, नवेगांव-नागझिरा आदि अभयारण्य व व्याघ्र प्रकल्प शामिल है। जहां जंगल सफारियां होती हैं। जंगल सफारी जंगलों के बीच से कराई जाती है। यानी घने पेड़ों के नीचे से जीप्सी चलाई जाती है। बारिश के मौसम में चार महीने तक इसे बंद रखा जाता है। जिसका कारण कीचड़ व पेंड़ों का गिरना होता है। ग्रीष्म में जंगल सफारियों में ज्यादा भीड़ होती है। लेकिन इन दिनों ग्रीष्म के बावजूद मौसम बारिश का बना है। कभी-भी तूफान के साथ बारिश आ रही है। ऐसे में शहर में ही रास्ते के किनारे पर पेड़ गिर रहे हैं। बावजूद इसके वन विभाग किसी तरह की सावधानी नहीं ले रहा है।  इस संबंध में वन विभाग का पक्ष जानने के लिए उमरेड-करांडलना के डीएफओ (वाइल्ड लाइफ) डी. पंचभाई से बार-बार संपर्क करने की कोशिश करने पर भी कोई प्रतिसाद नहीं मिला।

Created On :   26 April 2023 12:48 PM IST

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