कोराड़ी, खापरखेड़ा में आयातित कोयला खत्म
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोराड़ी व खापरखेड़ा आैष्णिक विद्युत केंद्र में इंपोर्टेड (आयातित) कोयला खत्म हो चुका है। फिलहाल यहां देसी कोयले से काम चलाया जा रहा है। बिजली उत्पादन पूरी क्षमता से करने के लिए इंपोर्टेड कोयला जरूरी है, लेकिन 15 मई के बाद ही इंपोर्टेड कोयला मिल सकता है।
कोराड़ी आैष्णिक विद्युत केंद्र में 660 मेगावॉट के 3 व 210 मेगावॉट का 1 यूनिट है। इसी तरह खापरखेड़ा में 210 मेगावॉट के 4 व 500 मेगावॉट का 1 यूनिट है। दोनांे ही आैष्णिक विद्युत केंद्रों में कई दिनों से इंपोर्टेड कोयला नहीं है। कोराड़ी में हर दिन लगभग 30 हजार मीट्रिक टन कोयला लगता है। इसी तरह खापरखेड़ा में हर दिन करीब 20 हजार मीट्रिक टन कोयले की जरूरत होती है। इंपोर्टेड कोयला नहीं होने से दोनों केंद्रों में बगैर ब्लेंडिंग से ही काम चलाया जा रहा है। महानिर्मिति के सूत्रों ने बताया कि इंपोर्टेड कोयले की खरीदी की टेंडरिंग अंतिम चरण में है। मई महीने में इंपोर्टेड कोयला मिल सकता है। फिलहाल वेकोलि से यहां अच्छी गुणवत्ता का पर्याप्त काेयला पहुंचने का दावा किया गया है।
Created On :   25 April 2023 10:21 AM IST