बिजुरी नगरपालिका अध्यक्ष सहित 12 कर्मचारियों पर होगी एफआईआर
खरीदी में 7 करोड़ रुपए भ्रष्टाचार के मामले में नगर पालिका बिजुरी के तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ सहित एक दर्जन कर्मचारियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने के निर्देश 3 फरवरी को आयुक्त नगरीय निकाय विकास विभाग द्वारा संयुक्त संचालक को दिए गए हैं। शिकायत के बाद 3 सदस्यीय दल से कराए जांच के पश्चात यह आदेश जारी किया गया है। जांच में कुल 7 करोड़ों रुपए से ज्यादा का फर्जीवाड़ा पाया गया था। आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में नगर पालिका के तत्कालीन अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह, सीएमओ मीना कोरी, उपयंत्री नीलेश सिंह, वंदना अवस्थी, मुख्य लिपिक शिव नरेश धनवार, सहायक राजस्व निरीक्षक प्रदीप द्विवेदी, भंडार प्रभारी राम बिहारी मिश्रा, मस्टररोल कर्मचारी संजय महतो, विनोद पाण्डेय, विनोद सोंधिया, लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री एनपी सिंह तथा सर्व शिक्षा अभियान के उपयंत्री रविंद्र यादव शामिल हैं। साथ ही वंदना अवस्थी, शिव नरेश धनवार, राम बिहारी मिश्रा, प्रदीप द्विवेदी को निलंबित कर दिया गया है। रविंद्र यादव की सेवाएं पूर्व में ही समाप्त कर दी गई थीं। एमपी सिंह पर कार्रवाई के लिए लोनिवि को पत्र लिखा गया है। इन सभी के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कराने और संचनालय को जानकारी भेजने के लिए निर्देशित किया गया है। प्रतिवेदन के अनुसार ई नगर पालिका के माध्यम से होने वाले भुगतान को अध्यक्ष और सीएमओ ने मिलकर ऑफलाइन भुगतान कर दिया था। नगरपालिका के खाते में 23 करोड़ 74 लाख रुपए का व्यय दर्ज है, जबकि ई-केशबुक में राशि 11 करोड़ 30 लाख रुपए दर्ज है। 12 करोड़ 44 लाख रुपए का ऑफलाइन भुगतान किया गया जो कि गंभीर अनियमितता साबित हुई। अध्यक्ष और सीएमओ ने मिलकर कागजों में जमकर खरीदी की थी। जांच में यह सामने आया कि कई मदों में बिना सामग्री क्रय किए लाखों रुपए का भुगतान किया गया है।
इनका कहना है
मुझे आज ही आदेश प्राप्त हुआ है। शीघ्र ही सभी के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कराया जाएगा।
आरपी सोनी
संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग
Created On :   9 Feb 2023 4:34 PM IST