भेदभाव बिना समाजसेवा करना ही मनुष्य धर्म : डॉ. भागवत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नि:स्वार्थ भाव से समाज के लिए कुछ करने की भावना मन में रखने वाला व्यक्ति सही मायने में मनुष्य धर्म का पालन करना है। ऐसे व्यक्तियों के कारण ही समाज में सेवाप्रवृत्ति का निर्माण होता है। समाज के विविध क्षेत्रों में सेवा करने के भरपूर अवसर उपलब्ध हैं। गरीब, अमीर, धर्म, जाति अादि भेदभाव छोड़ उसके आगे का विचार करना चाहिए। जब तक सभी समाज के लोग समानता के साथ नहीं आएंगे, तब तक समाज को सेवा की आवश्यकता होगी। ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा। श्री सिद्धिविनायक सेवा फाउंडेशन की तरफ से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में रात को भोजन की थाली का शुभारंभ किया गया। दीनदयाल थाली भोजन कक्ष में मरीजों व उनके परिजनों को रात के भोजन में मिलेटस् थाली परोसी जाएगी। इसका शुभारंभ अधिष्ठाता कार्यालय सभागृह में हुआ। इस अवसर पर डॉ. मोहन भागवत ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में विधायक मोहन मते, फाउंडेशन के अध्यक्ष पूर्व महापौर संदीप जोशी, जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. मेडिकल के अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये, पराग सराफ, डॉ. प्रमोद गिरि प्रमुखता से उपस्थित थे।
दया व करुणा में थोड़ा ही अंतर है
सरसंघचालक ने कहा कि, दया व करुणा में थोड़ा अंतर है। दया में उपकार की भावना है, वहीं करुणा में अपनेपन के भाव है। जहां अपनापन है वहां कोई भेदभाव नहीं होता, इसलिए इसी भावना से सेवा करनी चाहिए। जरूरतमंदों के लिए आगे आने की जवाबदारी हर एक की है। यह अपना देश है, इसलिए यहां सेवा कार्य करना भी अपनी जिम्मेदारी है। केवल पैसे से ही यह कार्य करें, ऐसा जरूरी नहीं है। अपना समय देकर सेवाकार्य में हाथ बंटाना भी सेवा ही है। बस, सेवा करने की भावना मन में होनी चाहिए।
मरीजों व परिजनों को भोजन की चिंता से मुक्ति मिलेगी
अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये ने कहा कि, दीनदयाल थाली अभियान के कारण गरीब मरीजों, उनके परिजनों व रिश्तेदारों को भोजन की समस्या खत्म हो चुकी है। उन्हें बड़ी राहत मिली है। मेडिकल में विदर्भ, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व तेलंगाना से मरीज आते हैं। उनके सामने कई समस्याएं होती हैं। उन्हीं में से एक समस्या भोजन की आती है। इस अभियान से सभी को भोजन की चिंता से मुक्ति मिलेगी। संदीप जोशी ने प्रास्ताविक में कहा कि इस अभियान की प्रेरणा संघ विचारों से मिली है। संघ के संस्कारों से ही हमारे भीतर सेवाकार्य की भावना ने जन्म लिया है। अब यहां दोपहर व रात को भोजन मिलेगा। उन्होंने बताया कि, जल्द ही यहां फिजियोथेरेपी सेंटर शुरु किया जाने वाला है। अतिथियों का स्वागत संदीप गवई, बंडू राऊत, डॉ. सजल बंसल ने किया। कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर ने व आभार पराग सराफ ने माना। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत से हुआ।
Created On :   26 April 2023 12:23 PM IST