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जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी, सियासत हुई शुरू
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डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के घुसुरी में बुधवार को जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है। घटना के बाद स्थानीय अस्पताल में भर्ती लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
स्थानीय पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार की सुबह स्थानीय मलीपंचघोरा पुलिस थाने के पीछे एक अहाता पर जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई। 20 अन्य को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 3 लोगों की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान अमित कुमार बर्मा, अनिल चौरसिया, रंजीत गुप्ता, लक्ष्मण शाऊ, त्रिभुवन पंडित, सुकुमार चौधरी, प्रकाश मित्रा, बिस्कट रॉय और राजेश्वर रॉय के रूप में हुई है। लिस्ट में नामित पहले छह लोगों की कथित तौर पर सुबह ही मौत हो गई, जबकि तीन और लोगों की बाद में मौत हो गई। ये सभी घुसूरी क्षेत्र में स्थानीय कारखानों और फाउंड्री यूनिट में काम करते थे।
इस बीच, पुलिस ने अहाता के मालिक प्रताप करमाकर को गिरफ्तार कर लिया है। उससे अब मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है।
बुधवार दोपहर हावड़ा सिटी पुलिस के कमिश्नर प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने इलाके में पहुंचकर स्थानीय लोगों से बातचीत की।
इस घटना को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के दिग्गज सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की मौजूदा सरकार पश्चिम बंगाल में गुंडों को खुली छूट देती है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हमने पहले कोयला माफिया, पशु माफिया और अवैध हथियार माफिया के बारे में सुना है। अब हम हुकूमत-माफिया के बारे में सुन रहे हैं, जो सत्तारूढ़ दल और स्थानीय पुलिस प्रशासन के संरक्षण का आनंद ले रहे हैं। अहाता स्थानीय थाने के काफी नजदीक से चल रहा था। क्या यह विश्वास योग्य है कि स्थानीय सत्ताधारी पार्टी के नेताओं और स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी।
माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि शराब राज्य सरकार के राजस्व का एकमात्र स्रोत है और स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के लिए कमाई का एक साधन भी है। उन्होंने कहा, इसलिए, स्थानीय प्रशासन और स्थानीय सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के सीधे संरक्षण में राज्य भर में इस तरह के अवैध कूड़ा-करकट पनप रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि विपक्षी दल शवों पर बेवजह राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, पुलिस इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को नहीं बख्शेगी। मैं सुजान चक्रवर्ती को याद दिलाना चाहूंगा कि पश्चिम बंगाल में शराब की दुकानों का नेटवर्क मुख्य रूप से पिछली वाम मोर्चा सरकार के दौरान बढ़ाया गया था।
(आईएएनएस)
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Created On :   20 July 2022 3:31 PM IST