शराबबंदी के लिए 74 ग्रापं में समितियों का गठन

डिजिटल डेस्क, चामोर्शी (गड़चिरोली)। गांव को शराब और तंबाकू मुक्त बनाने के लिए मुक्तिपथ अभियान द्वारा तहसील की विभिन्न 74 ग्रापं में समितियों का गठन किया गया है। इन समितियों के माध्यम से विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए हैं। गांव में यदि कोई विक्रेता शराब की बिक्री करते पाया गया तो संबंधित की तत्काल पुलिस में शिकायत करने का निर्णय इस समय लिया गया। पुलिस विभाग द्वारा संबंधित विक्रेता के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी तो पुलिस थाने पर मोर्चा निकालने का निर्णय भी समितियों की ओर से लिया गया है। बता दें कि, आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में वर्ष 1992 में शराब बंदी का कानून लागू किया गया।
शराब की बिक्री करना गैरकानूनी होने के बाद भी जिलेभर में शराब की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी संजय मीना ने जिले के सभी गांवों में शराब बंदी समितियों का गठन करने का आदेश जारी किया है। इन्हीं आदेशों का पालन करते हुए चामोर्शी तहसील में अब 74 ग्राम पंचायत स्तर पर समितियों का गठन किया गया है। इस समिति में सरपंच, उपसरपंच, ग्रापं सदस्य, पुलिस पटेल, गांव संगठन के सदस्य, सचिव, पेसा अध्यक्ष, अाशा वर्कर, विवादमुक्त समिति के पदाधिकारी, युवा कार्यकर्ताओं का समावेश किया गया है। समितियों के पदाधिकारियों द्वारा गांव में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ शराब विक्रेताओं की जानकारी पुलिस में देना, समय पड़ने पर संबंधित विक्रेता के घर या शराब अड्डों पर छापमार कार्रवाई करना, सुगंधित तंबाकू की िबक्री करने वालों पर कार्रवाई करना, संबंधित विक्रेताओं से जुर्माना वसूल करना, गांव में शराब पीने के लिए आने वाले शराबियों पर कार्रवाई करना आदि जिम्मेदारियां सौंपी गयी है।
Created On :   12 April 2023 3:03 PM IST