एइबी ने फर्मों का पंजीयन निरस्त करने व आईटीसी ब्लॉक करने लिखा पत्र
कोयले की खरीदी-बिक्री के लिए शहडोल में बनी दो बोगस फर्मों ने 7 माह में 3 करोड़ 9 लाख रुपए का लेन-देन किया। इसमें मेसर्स समृद्धि कोल ट्रेड एवं ट्रांसपोर्ट प्रोपाइटर नूतेंद्र धार्या की फर्म पर एक करोड़ 57 लाख रुपए और मेसर्स अंश कोल कार्पोरेशन प्रोपाइटर योगेंद्र धार्या की फर्म पर एक करोड़ 52 लाख रुपए का लेन-देन शामिल है। जानकर ताज्जुब होगा कि जुलाई 2022 से जनवरी 2023 के बीच कोयले की खरीदी-बिक्री करने वाले ये दोनों ही फर्में बोगस हैं। एंटी इवेजन ब्यूरो (एइबी) की प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद 13 व 14 फरवरी को शहडोल स्थित कुदरी रोड बलपुरवा में छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान दोनों फर्मों के प्रोपाइटर मौके पर नहीं मिले। उनके परिवार के सदस्यों को समन दिया गया। बुधवार को धार्या बंधु जबलपुर स्थित एइबी कार्यालय पहुंचे। बयान दर्ज करवाया। एइबी ने दोनों ही फर्मों का पंजीयन निरस्त करने सहित इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) ब्लॉक करने के लिए एसजीएसटी विभाग को पत्र लिखा है।
बोगस फर्म का पता लगाने में लगे दो माह
- कोयले की खरीदी-बिक्री के लिए बनी दो बोगस फर्मों में मेसर्स समृद्धि कोल ट्रेड एवं ट्रांसपोर्ट प्रोपाइटर नूतेंद्र धार्या की फर्म का पंजीयन एसजीएसटी कटनी और मेसर्स अंश कोल कार्पोरेशन प्रोपाइटर योगेंद्र धार्या का पंजीयन शहडोल में हुआ था।
- बुढ़ार के किसी आशीष ने दोनों ही बोगस फर्मों के पंजीयन के दौरान दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी की थी। जांच टीम मामले में बुढ़ार कनेक्शन खंगाल रही है।
- जांच टीम को दोनों बोगस फर्म में असली मालिक तक पहुंचने में दो माह लगे। फर्म में पता केशव नगर लिखा था। कुछ दस्तावेज अमरहा स्थित एसके ट्रेडर्स के लगे हैं।
जांच में जुटी टीम
बोगस फर्मों से हुए लेन-देन और सरकार को टैक्स में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। इसके लिए तीन लोगों के नेतृत्व में टीम गठित हुई है। जांच में चैन का भी पता लगाया जा रहा है। किसी भी स्तर पर वास्तविक फर्म का पता लगते ही संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
आरके ठाकुर
संयुक्त आयुक्त एइबी जबलपुर
Created On :   17 Feb 2023 2:08 PM IST