रेलवे बोगी से 471 बोरी चावल चोरी, होगी जांच
डिजिटल डेस्क, नागपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत कुछ दिन पहले खड़ी मालगाड़ी की दो बोगियों में से करीब 471 बोरी चावल चोरी हो गया था। जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। मामले में कुछ आरोपी पकड़े गए। वहीं कुछ और आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। चोरी की घटना ने पूरे सुरक्षा महकमे को हिलाकर रख दिया। ऐसे में अब खुद बिलासपुर से आईजी ए.एन. सिन्हा जांच के लिए नागपुर विभाग में आकर जायजा लेने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि आरपीएफ ने प्रकरण में अधिकृत जानकारी देने से पल्ला झाड़ दिया, लेकिन सूत्रों के अनुसार गत महीने कामठी क्षेत्र के चाचेर यार्ड में चोरी की घटना हुई थी।
तकनीकी खराबी के चलते मालगाड़ी के दो वैगन को बाहर निकाला गया था। इनमें चावल की बोरियां भरी थी। बोगियों को चाचेर एनटीपीसी साइडिंग भेज दिया जाता था। यहां पर लाइन नंबर 5 में वैगन खड़ी कर दी थी, लेकिन इसकी कोई भी सूचना आरपीएफ को नहीं दी गई। 2 अप्रैल को रेलवे स्टॉफ से सूचना मिली कि, वैगन में से कुछ चावल गायब है। आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और प्रकरण की सूचना नागपुर रेल मंडल के डीएससी, जोन की टीम व अधिकारियों को दी गई। जोन से एएससी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। वहीं कामठी आरपीएफ ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करते हुए कुछ आरोपियों को पकड़ा था, कुछ आरोपी अभी भी फरार है। मामले में दोनों अधिकारियों के सस्पेंशन का ऑर्डर जारी किए गए। सूत्रों के अनुसार एक आरोपी की निशानदेही पर दो गांवों में आरपीएफ डेरा जमाए हुए है और जहां-जहां चावल रखे गए थे, वहां से बरामद किए जा रहे है। अब जांच के लिए खुद आईजी घटनास्थल पर जाकर जायजा लेने वाले हैं।
चोरी सवालों के घेरे में
चावल चोरी का प्रकरण सवालों के घेरे में है, क्योंकि घटना के कई दिन बाद जोन से आईजी ने 4-5 इंस्पेक्टरों की एक टीम बनाई थी। देरी के कारण चोरी का चावल जिस राइस मिल में रखा था वहां से रिकवरी में आरपीएफ को तकनीकी समस्या हुई। सवाल उठने लगा है कि नागपुर रेल मंडल ने जोन को घटना के बारे में देरी से बताया या जोन से टीम देरी से बनाई गई? करीब 1 सप्ताह से नागपुर रेल मंडल के कामठी थाना क्षेत्र और आस-पास के गांवों में टीम डेरा जमाई है। अब आईजी का एक शेड्यूल जारी हुआ, जो घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे। सवाल बना है कि, इतने दिनों बाद निरीक्षण क्यों? आरपीएफ के नियमों के मुताबिक अब तक आईजी को घटनास्थल का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट डीजी को 15 दिन के भीतर सौंपना था। यह स्पेशल रेलवे केस है। जबकि चोरी की रिपोर्ट 2 अप्रैल को दर्ज की गई थी।
नहीं दे सकते जानकारी
अभी पूरा मामला जांच में है, इसलिए हमारी ओर से कोई जानकारी नहीं दी जा सकती है। पंकज चुघ, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, दपूम रेलवे नागपुर मंडल
Created On :   27 April 2023 10:41 AM IST