एनसीपी से क्यों नाराज चल रहे थे पार्टी के बड़े विधायक? अजित पवार को समर्थन देने के पीछे बताई ये बड़ी वजह
- महाराष्ट्र की सियासत में हलचल तेज
- अजित पवार को समर्थन देने के पीछे नेताओं ने बताई बड़ी वजह
- महाराष्ट्र की सियासत में एनडीए हुई मजबूत!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत में रविवार दोपहर को बड़ा उलफेर तब देखने को मिला, जब एनसीपी चीफ शरद पवार के भतीजे और विपक्ष के नेता रहे अजित पवार ने अपने विधायकों के साथ बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार आज दोपहर अपने पार्टी विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे। पवार के पहुंचने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी राजभवन पहुंचे। इन दोनों नेताओं की मौजूदगी में एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसके अलावा एनसीपी के 9 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।
बता दें कि हाल ही में राजनीति के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने एनसीपी में बड़ा फेरबदल करते हुए अपनी बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को नई जिम्मेदारी सौंपते हुए कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। हालांकि, इसके बाद से चर्चाएं तेज हो गई थीं कि अजित पवार पार्टी के इस रवैये से नाराज चल रहे हैं। साथ ही इसके बाद से अजित पवार के बगावती सुर सुनाई देने लगे। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई। इसके बाद पार्टी के अंदर अजित पवार को संभालने की कवायद तेज हो गई थी।
एनसीपी के कई नेता विपक्षी एकता के खिलाफ
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सोर्सेज के हवाले से खुलासा किया कि जब राजधानी पटना में एनसीपी नेता शरद पवार ने विपक्षी एकता बैठक में मंच साझा किया और राहुल गांधी के साथ सहयोग करने की बात कही। तभी से ही उनके पार्टी नेता नाराज चल रहे थे। पार्टी विधायकों का कहना है कि विपक्षी एकता बैठक में शामिल होना शरद पवार का एकतरफा फैसला था। अब इसी बात को लेकर अजित पवार के समर्थन वाले विधायक नाराज बताए जा रहे हैं।
Some MLAs accompanying NCP leader Ajit Pawar to Raj Bhawan were “upset” with Sharad Pawar’s “unilateral” decision to share stage and ally with Rahul Gandhi at the opposition unity meet in Patna: Sources pic.twitter.com/YGc7eKd95V
— ANI (@ANI) July 2, 2023
बैठक में नेताओं ने की मांग
आज अजित पवार ने पहले अपने निवास पर एनपीसी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। इनमें दिलीप वालसे पाटिल, दौलत दोराड़ा हसन, मुशरिफ, घनंजय मुंडे जैसे नाम शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पहले तो इन विधायकों की एक सुर में मांग थी कि अजित पवार को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। लेकिन इसके कुछ देर बाद ही अजित पवार अपने कई विधायकों के साथ राजभवन पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
एनसीपी नेता अजित पवार के आवास पर एनसीपी नेताओं की बैठक बुलाए जाने पर NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि मुझे ठीक से नहीं पता कि यह बैठक क्यों बुलाई गई है। लेकिन विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें (अजित पवार) विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है। वह ऐसा नियमित रूप से करते हैं। मुझे इस बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। ॉ
मुझे ठीक से नहीं पता कि यह बैठक क्यों बुलाई गई है लेकिन विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें (अजित पवार) विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है। वह ऐसा नियमित रूप से करते हैं। मुझे इस बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है: एनसीपी नेता अजित पवार के आवास पर एनसीपी नेताओं की बैठक… pic.twitter.com/rBZiO1c4JZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
Created On :   2 July 2023 5:26 PM IST