हाथरस हादसा: 'भोले बाबा' के नाम कोई एफआरआई क्यों नहीं? चंद्रशेखर ने हर मृतक परिवार के लिए 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की

भोले बाबा के नाम कोई एफआरआई क्यों नहीं? चंद्रशेखर ने हर मृतक परिवार के लिए 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की
  • चंद्रशेखर ने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा बढ़ाने की मांग की
  • चंद्रेशखर ने सीएम योगी सरकार की आलोचना की
  • हाथरस मामले को लेकर चंद्रशेखर ने सरकार को घेरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने हाथरस में हुए हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को घेरा है। उन्होंने कहा कि अभी तक 'भोले बाबा' पर कोई कारवाई नहीं हुई है। वहीं, दूसरी तरफ घर बैठे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सांसद चंद्रशेखर रावण ने आगे कहा कि एलआईयू (लॉ एंड ऑर्डर) क्या कर रहा था? साथ ही, उन्होंने कहा- मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि सरकार और वहां के पुलिस को पता था कि भोले बाबा के सत्संग में पिछड़े समाज की महिलाएं जाती हैं। ऐसे में अगर सत्संग के दौरान कोई मर भी जाए तो क्या फर्क पड़ेगा। सरकार को किसी के जान की महत्व तब होती जब सत्संग में कोई वीआईपी आता तो सारी व्यवस्था की जाती है।

आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण ने आगे कहा कि हाथरस के भोले बाबा के सत्संग में कोई वीआईपी नही था। हाथरस के हादसे में अगर 121 लोग अपनी जान गंवा भी दिए तो सरकार को क्या ही फर्क पड़ा है। हाथरस हादसे में मरे हुए एक गरीब आदमी की जान की कीमत सरकार के नजर में सिर्फ 4 लाख रुपये है।

पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा बढ़ाने की मांग

सांसद चंद्रशेखर ने कहा- एक बाबा दूसरे बाबा को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अब तक भोले बाबा के नाम एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। मैं प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगा। मैं हाथरस घटना से पीड़ित परिवारों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग करूंगा। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो वह और उनके पार्टी के कार्यकर्ता जो धर्म की बात करते हैं। वह अपने बनाए हुए हिसाब से करते हैं। इस बड़े घटना की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए।

गौरतलब है कि 2 जुलाई को हाथरस में हुए घटना में 121 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। लेकिन अभी तक इस घटना में भोले बाबा गिरफ्तार नहीं हुए हैं। साथ ही, उनके खिलाफ अभी तक एक भी एफआईआर भी दर्ज नहीं हुई है। पुलिस ने सर्च अभियान में जुटी हुई है। लेकिन बाबा पुलिस को चकमा देने में कामयाब नजर आ रहे हैं। प्रशासन दावा कर रहा है कि वह जल्द बाबा से पूछताछ करेंगे। अभी तक इस घटना में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दर्ज किए हुए एफआईआर में भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है। इस बात को लेकर विपक्षी नेता ने सीएम योगी आदित्यानाथ की आलोचना भी की है।

Created On :   8 July 2024 6:26 PM IST

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