लाड़ली बहना योजना से किसे होगा नफा-नुकसान? एमपी में 'रेवड़ी कल्चर' के मामले में कांग्रेस से आगे निकली बीजेपी!
- लाड़ली बहना योजना से कांग्रेस खेमे में खलबली
- योजना को लेकर सीएम की नई घोषणा ने बढ़ाईं कांग्रेस की टेंशन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की तथाकथित 'रेवड़ी पॉलिटिक्स कल्चर' मध्य प्रदेश की सियासत पर भी हावी हो गई है। बीजेपी और कांग्रेस इस रेस में आगे-पीछे दिखाई दे रही हैं। बीते शनिवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूबे के जबलपूर से बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अभी हमने 'मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना' की शुरूआत 1 हजार रुपये से की है लेकिन आगे चलकर यह राशि 3 हजार रुपये तक की जाएगी। हालांकि, इसके लिए प्रदेश की बहनों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। एमपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल पैसों का इंतजाम किया जा रहा है। पैसों का इंतजाम होने के बाद वे जल्द ही 1000 की राशि को बढ़ाकर 3000 रुपये कर देंगे। सीएम शिवराज के इस ऐलान से कांग्रेस की नारी सम्मान योजना को बड़ा झटका लगा है।
कल जबलपुर में सीएम शिवराज ने महिलाओं की सबसे बड़ी महत्वकांक्षी योजना (मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना) की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा, 'अभी तो अंगड़ाई है। इस योजना पर आगे भी काम किया जाएगा। उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा, 'हमने अभी 1 हजार रुपये से योजना की शुरूआत की है, लेकिन धीरे-धीरे राशि बढ़ाई जाएगी। आज आपके खाते में इस योजना के तहत 1000 रुपये भेज रहा हूं। कुछ दिन बाद जैसे ही पैसों का इंतजाम होगा। 250-250 रुपये बढ़ाकर बहनों को हर महीने 3 हजार रुपये दिए जाएंगे। 3 हजार रुपये हर महीने खाते में आने से बहनों का जीवन बदल जाएगा।' इसके साथ ही सीएम ने इस योजना के अंतर्गत 21 साल की लड़कियों को भी इस योजना के अंतर्गत लाभ देने की बात कही। उन्होंने कहा, 'अभी तक इस योजना के अंतर्गत 23 साल या उससे ज्यादा की उम्र की शादीशुदा बहनों को योजना का लाभ मिलता था, लेकिन अब जो बेटी 21 साल की हो गई है, उसे भी लाड़ली बहना योजना का लाभ दिया जाएगा।'
कांग्रेस की योजना को लगा झटका
सीएम शिवराज ने बहनों के खाते में 1000 रुपये की राशि आने पर काफी संतोष और खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह योजना महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण है। शिवराज की इस घोषणा के बाद कांग्रेस के खेमे में खलबली मच गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब कांग्रेस नए सिरे से नारी सम्मान योजना में राशि को लेकर बड़ा फेरबदल कर सकती है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक, 'सीएम शिवराज नारी सम्मान योजना से घबराकर लाड़ली बहना योजना की राशि में बढ़ोत्तरी की है। उन्होंने बताया कि एमपी की जनता अब शिवराज की घोषणा को गंभीरता से नहीं लेती है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज को घोषणा की मशीन इसलिए नहीं कहा है। सूबे की जनता भी इस चीज को साफ तौर पर देख रही है।'
सीएम शिवराज ने कांग्रेस की नारी सम्मान योजना को घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में सरकार बनने के बाद महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया है। हालांकि बीजेपी के वादे से कांग्रेस की यह योजना की चमक फीकी पड़ने लगी है। ऐसे में कांग्रेस को जल्द ही इसका हल निकालना पड़ेगा।
प्रदेश पर बढ़ेगा कर्ज
इस समय मध्यप्रदेश में लाडली बहना योजना के तहत 1.25 करोड़ बहनों को 1000 रुपए महीने दिए जा रहे हैं। ऐसा करने से एमपी सरकार को एक साल में लगभग 15,000 करोड रुपए से ज्यादा का आर्थिक बोझ उठाना पड़ेगा। अगर इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को हर माह 3000 रुपये दिए जाते हैं तो फिर यह राशि 3 गुना बढ़ जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार पर सालाना 45,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। नए वित्तीय वर्ष के अनुमान के मुताबिक, इस साल एमपी सरकार पर 3.85 लाख करोड़ रुपये का कर्ज हो जाएगा। अगर लाडली बहना योजना लगातार इसी क्रम में चलती रही तो मध्य प्रदेश सरकार पर और भी कर्ज बढ़ जाएगा।
Created On :   11 Jun 2023 7:28 PM IST