लोकसभा चुनाव 2024: सोनिया का क्षेत्र संभालते थे, अब उम्मीदवार,जानिए कौन हैं केएल शर्मा जो स्मृति ईरानी के सामने अमेठी से लड़ेंगे चुनाव?
- अमेठी के सामाजिक समीकरण
- 1998 और 2019 में खिला कमल
- स्मृति ईरानी तोड़ पाएंगी ट्रेंड?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाली अमेठी संसदीय सीट से सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र प्रतिनिधि रहे किशोरी लाल शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। नामांकन की आज आखिरी तारीख है। पिछले तीन-चार दिनों से केएल शर्मा अमेठी में डेरा डाले हुए थे और चुनावी तैयारियों को लेकर मीटिंग पर मीटिंग कर रहे थे। अब अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है।
अमेठी लोकसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां सबसे अधिक आबादी ओबीसी वर्ग की है। अमेठी लोकसभा क्षेत्र में करीब 34 फीसदी ओबीसी वर्ग के मतदाता हैं। मुस्लिम वर्ग के 20, दलित वर्ग के मतदाताओं की तादाद करीब 26 फीसदी है।अनुमानों के मुताबिक यहां करीब आठ फीसदी ब्राह्मण, करीब 12 फीसदी राजपूत मतदाता होने के अनुमान हैं। 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरे थे और इस गठबंधन ने अमेठी सीट से उम्मीदवार नहीं उतारा था। इस बार बसपा के चुनाव में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
अब किशोरी लाल शर्मा के सामने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को हराकर गांधी परिवार का खोया गढ़ वापस पाने की चुनौती है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने नन्हें सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में लगातार तीन बार के सांसद राहुल गांधी चौथी बार अमेठी सीट से मैदान में थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहीं बीजेपी की स्मृति ईरानी से 2-019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। स्मृति ईरानी को तब 4 लाख 68 हजार 514 मत जबकि राहुल गांधी 4 लाख 13 हजार 394 वोट वोट मिले थे। स्मृति ईरानी ने अमेठी के कांग्रेसी दुर्ग में कमल खिला दिया था।बीजेपी ने अमेठी सीट से फिर से स्मृति ईरानी को ही प्रत्याशी बनाया है।स्मृति ईरानी लगातार दूसरी जीत की तलाश में हैं।
Created On :   3 May 2024 10:14 AM IST