भास्कर एक्सक्लूसिव: जाति आधारित चुनाव के लिए मशहूर बिहार में इस बार स्थानीय पार्टियों का नया दांव, CM नीतीश और तेजस्वी की नजर पर महिला वोटर्स, समझिए रणनीति

  • नीतीश और तेजस्वी की नजर पर महिला वोटर्स
  • बिहार में इस बार स्थानीय पार्टियों का नया दांव
  • महिला वोटर्स पर क्यों टारगेट कर रही स्थानीय पार्टी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में हर बार जाति का मुद्दा हावी दिखाई देता था। हालांकि, इस बार की शुरुआती चुनावी मिजाज कुछ और ही हाल बायां कर रहा है। बिहार में इसी साल नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। लेकिन राज्य की दो स्थानीय पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) महिला वोटर्स पर फोकस करके चुनावी रणनीति तैयार कर रही है। हाल ही में आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के साथ पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने महिला वोटर्स के लिए बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा है कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है, तो वे हर महिला को हर महीने 2500 रुपये देंगे।

इधर, अभी नीतीश कुमार राज्य में प्रगति यात्रा पर निकले हुए हैं। हालांकि, अभी उनकी यात्रा को पूर्व पीएम मोहनमोहन सिंह के निधन के बाद रोक दी गई थी। 5 जनवरी को यह यात्रा दोबारा शुरू होगी। इस दिन नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर से यात्रा शुरू करेंगे। साथ ही, वे 6 जनवरी को वैशाली में यात्रा पर रहेंगे। माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान सीएम नीतीश महिलाओं को लेकर कोई बड़ी योजना को ऐलान कर सकते हैं।

'सफल एजेंडा' पर काम

बिहार का विधानसभा चुनाव हर बार जाति पर आधारित होता था। लेकिन इस बार दोनों ही स्थानीय पार्टियां आरजेडी और जेडीयू महिला वोटर्स को टारगेट कर रही है। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को लाडली बहना योजना के जरिए बड़ी जीत मिली थी। जिसके बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में भी बीजेपी को महिला सम्मान योजना के जरिए चुनाव में लाभ मिला था। माना जा रहा है कि सीएम नीतीश महिला योजना को लेकर विचार कर रहे हैं। इधर, तेजस्वी यादव ने महिला वोटर्स को लेकर बड़ा ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में अब नीतीश कुमार की ओर से महिला योजना को लेकर बड़ा ऐलान करने की प्लानिंग की जा रही है।

महिला वोटर्स पर क्यों टारगेट कर रही स्थानीय पार्टी

पिछले साल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बिहार की राजधानी पटना में जानकारी दी कि बिहार में कुल 7.64 करोड़ मतदाता हैं। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 3.6 करोड़ है। ऐसे में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव लगभग आधी आबादी यानी महिला वोटर्स को टारगेट कर रहे हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पिछले चुनाव के दौरान MY (मुस्लिम और यादव) समीकरण को खूब हवा दी थी। हालांकि, इस बार के चुनाव में वह अपना जनाधार बढ़ाने के लिए महिला वोटर्स पर फोकस कर रहे हैं। जिसकी भनक एनडीए खेमे में नीतीश कुमार को लग गई है।

Created On :   3 Jan 2025 4:21 PM IST

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