विधानसभा चुनाव 2023: बीजेपी-कांग्रेस के खिलाफ तीसरा मोर्चा तैयार, जीत से दूर कर सकता है छोटे दलों का बड़ा प्रभाव
- राजस्थान विस चुनाव का काउंटडाउन शुरू
- अगले महीने 25 तारीख को डाले जाएंगे वोट
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान का सियासी पिच बैटिंग के लिए तैयार है। प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां कांग्रेस और भाजपा चुनावी मैदान में कूद चुकी हैं और जनता को साधने की पूरी कोशिश में लगी हुई हैं। लेकिन इन सबसे इतर बीजेपी और कांग्रेस का खेल बिगाड़ने के लिए प्रदेश की छोटी-छोटी पार्टियां भी लामंबद नजर आने लगी हैं। इस बार के विस चुनाव में आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम भी है जो कांग्रेस-बीजेपी की जीत में खटाई डाल सकती है। इन दो नए नवले पार्टियों के अलावा बीजेपी के पूर्व सहयोगी और जाट नेता हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस की पूर्व सहयोगी भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) एक साथ गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि कांग्रेस-बीजेपी को सत्ता से दूर रखा जा सके।
जाट नेता हनुमान बेनीवाल राजस्थान की सियासत में बड़ा नाम है। किसान आंदोलन के समय इन्होंने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था तब से प्रदेश की सियासत में अकेले ही मोर्चा संभाले हुए हैं। लेकिन आगामी विस चुनाव को लेकर तीसरे मोर्चे की तैयारी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, हनुमान बेनीवाल अपनी लोकतांत्रिक पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी और भारतीय आदिवासी पार्टी के एलायंस करने में लगे हुए हैं ताकि विस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके। राजस्थान विस चुनाव में छोटे-छोटे दल करीब 10 से15 फीसदी वोट शेयर हासिल कर लेते हैं जो बीजेपी या कांग्रेस की सरकार बनाने की ख्वाहिश पर पानी फेरने में काफी है।
राजस्थान की सियासत में छोटे दल काफी प्रभावी
साल 2018 के विस चुनाव को देखे तो राजस्थान के 200 विधानसभा सीटों में से 14 सीटों पर छोटे दलों के नेताओं ने ही जीत हासिल करी थी। जबकि 13 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी थी। इसी को देखते हुए बेनीवाल बीजेपी-कांग्रेस के खिलाफ तीसरा मोर्चा बनाने में जुटे हुए हैं। पिछले चुनाव में मायावती की पार्टी बसपा को चार फीसदी वोट शेयर के साथ 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। जबकि बेनीवाल की पार्टी को 2.4 प्रतिशत वोट पड़े थे जिनके खाते में तीन सीटें आई थीं।
तीसरा मोर्चा तैयार करने में लगे बेनीवाल
तीसरा मोर्चा तैयार करने को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, विस चुनाव को लेकर छोटे-छोटे दलों से बातचीत चल रही है। सीट बंटवारों पर सहमती बनाने की कोशिश हो रही है क्योंकि राजस्थान में बीजेपी-कांग्रेस के प्रभुत्व को खत्म करने की जरूरत है।
कांग्रेस-बीजेपी का समीकरण बिगड़ेगा?
आगामी विस चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए हनुमान बेनीवाल करीब 125 विधानसभा क्षेत्रों में 'सत्ता परिवर्तन संकल्प यात्रा' निकाल रहे हैं। जिसका समापन 29 अक्टूबर को पार्टी के स्थापना दिवस पर एक मेगा रैली के दौरान होगा। साल 2018 के विस चुनाव में बेनीवाल ने 58 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिनमें से महज तीन सीटों पर उनकी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। बेनीवाल की पार्टी दो सीटों पर दूसरे स्थान पर तो 24 सीटों पर तीसरे नंबर पर रही थी। जबकि मायावती की पार्टी बसपा 2018 में 189 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 6 सीटें पर जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार इन पार्टियों के अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप भी कुछ सीटों पर चुनाव लड़ सकती है जो कांग्रेस-बीजेपी का समीकरण बिगाड़ सकती हैं।
Created On :   21 Oct 2023 1:40 PM IST