बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामला: आरोपियों पर नजर नहीं रख रही है शिंदे सरकार, मुंबई में हुए हत्याकांड पर बोले उद्धव ठाकरे

आरोपियों पर नजर नहीं रख रही है शिंदे सरकार, मुंबई में हुए हत्याकांड पर बोले उद्धव ठाकरे
  • शनिवार रात को हुई एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या
  • आरोपियों पर नजर नहीं रख रही है शिंदे सरकार
  • मुंबई में हुए हत्याकांड पर बोले उद्धव ठाकरे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। NCP नेता बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को मेडिकल के लिए गोकुलदास तेजपाल (जीटी) अस्पताल लाया गया। मुंबई पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के नाम करनैल सिंह और धर्मराज कश्यप हैं जो हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।

इस बीच बाबा सिद्दीकी हत्याकांड पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, "चाहे बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी हो या अक्षय शिंदे (बलात्कार के आरोपी) का एनकाउंटर। इस सरकार के हर काम पर संदेह जताया जा रहा है और यह अच्छी बात नहीं है। हमें नहीं पता कि गिरफ्तार किए गए आरोपी कौन हैं। वे (महाराष्ट्र सरकार) हमारी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, लेकिन अपराधियों पर नजर नहीं रख रहे हैं।"

क्या था मामला?

मुंबई के बांद्रा (पूर्व) इलाके में शनिवार रात राकांपा (अजित) नेता और पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। सूत्रों के मुताबिक हत्यारे कार में सवार होकर आए थे। सिद्दीकी पटाखा फोड़ रहे थे, इसी दौरान उन पर गोली चलाई गई। तीन आरोपियों में से दो को निर्मल नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। इनमें से एक यूपी और दूसरा हरियाणा का शूटर बताया जा रहा है। पुलिस इस मामले की लगातार जांच कर रही है।

महाराष्ट्र के मुंबई में बीते दिन देर शाम एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी है। इस मामले में सुरक्षा को लेकर राज्य की शिंदे सरकार पर सवाल उठ रहे है। आपको बता दें तीन बार विधायक रह चुके सिद्दीकी साल के शुरूआत फरवरी माह में कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे।

सियासत गर्म

विपक्ष के कई नेताओं ने घटना को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार की आलोचना की। नेताओं ने कहा कि 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त एक नेता की इस तरह गोली मारकर हत्या कर दी जाना चौंकाने वाली बात है। आपको बता दें कुछ दिनों बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव है। उससे पहले वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त किसी नेता की हत्या होना शिंदे सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है। विपक्ष इस मुद्दें को लेकर चुनाव में सरकार के खिलाफ मुकर होकर जनता के बीच जा सकता है। एकनाथ शिंदे सरकार बीजेपी और एनसीपी अजीत पवार के गठबंधित सरकार है।

Created On :   13 Oct 2024 3:03 PM IST

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