सहमति का इंतजार: राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को नहीं मिल रही मणिपुर सरकार से इजाजत, कांग्रेस नेता हो रहे हैं परेशान, यात्रा की शुरुआत में केवल चार दिन बाकी

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को नहीं मिल रही मणिपुर सरकार से इजाजत, कांग्रेस नेता हो रहे हैं परेशान, यात्रा की शुरुआत में केवल चार दिन बाकी
  • 14 जनवरी से शुरू होगी राहुल की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा'
  • 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को नहीं मिल रही मणिपुर सरकार से इजाजत
  • कांग्रेस नेता हो रहे हैं परेशान

डिजिटल डिस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद 14 जनवरी से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है। राहुल गांधी की यह यात्रा हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर से शुरू होगी। लेकिन, मणिपुर सरकार ने सरकार ने यात्रा को लेकर इजाजत नहीं दी है। जिसके चलते कांग्रेस के नेता परेशान हो रहे हैं। वे लगातार मणिपुर सरकार से यात्रा को राज्य से इजाजत देने की बात कर रहे हैं। इधर, बीजेपी नेता और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि "राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद गंभीर है। राहुल गांधी की रैली को इजाजत देने पर गहनता से विचार चल रहा है, हम विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट ले रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद हम कोई निर्णय लेंगे।" इस बीच कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा को इजाजत मिलनी चाहिए। लेकिन अभी तक मणिपुर सरकार की ओर से यात्रा को लेकर इजाजत नहीं मिली है।

यात्रा को मिलनी चाहिए इजाजत- अशोक गहलोत

मंगलवार को अशोक गहलोत ने पत्रकारों से कहा, "अब तक यात्रा को इजाजत मिल जानी चाहिए थी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजनीतिक नहीं है बल्कि देश में प्यार-भाईचारा बढ़ाने के लिए की जा रही है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में जो मुद्दे उठाए थे, उनको आगे बढ़ाने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा को इजाजत मिलनी चाहिए। इस पर विचार करने का कोई सवाल ही नहीं है।"

यह आम लोगों की यात्रा- कांग्रेस नेता

राहुल की यात्रा को लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत 14 जनवरी को मणिपुर के इंफाल से यात्रा की शुरुआत होगी। यह यात्रा मणिपुर से मुंबई तक होने वाली है। असम में कांग्रेस के सभी नेताओं ने इसके सफल क्रियान्वयन के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। इस यात्रा में हम आम आदमी के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है, यह स्पष्ट रूप से आम लोगों के मुद्दों को उजागर करने की यात्रा है।"

राहुल की यात्रा की खासियत

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं। राहुल की यह यात्रा करीब 67 दिनों तक चलने वाली है। जिसमें राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी 14 राज्यों के 85 जिलों की यात्रा करेंगे। राहुल इस यात्रा के जरिए 6700 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करने वाले हैं। हालांकि, अभी इसे मणिपुर सरकार से मंजूरी मिलना बाकी है।

Created On :   10 Jan 2024 12:38 AM IST

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