पर्व पर सियासत: बिहार में त्योहारों की छुट्टियों पर सियासत, बीजेपी ने नीतीश पर लगाया हिंदू त्योहारों को निशाना बनाने का आरोप, सरकार का जवाब- राजनीति के चश्मे से न देखें
- बिहार सरकार पर भड़की बीजेपी
- हिंदू त्योहारों को निशाना बनाने का लगाया आरोप
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में त्योहारों की छुट्टियों को लेकर सियासत तेज हो गई है। बिहार बीजेपी का कहना है कि, हिंदू धर्म के त्योहारों को नीतीश सरकार जानबूझकर टारगेट कर रही है ताकि चुनाव में इसका लाभ लिया जा सके। जबकि प्रदेश सरकार का कहना है कि, इसे राजनीतिक चश्मे के बजाय शिक्षा की दृष्टी से देखा जाए ताकि किसी तरह की कोई गलत छवि प्रदेश की जनता में न जाए।
दरअसल, प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी का आरोप है कि नीतीश सरकार ने हिंदू त्योहारों की छुट्टियों को कम कर अन्य धर्मों के त्योहरों की छुट्टियां बढ़ा दी है जो दोयम दर्जे का काम है। अब इसी मामले पर बीजेपी और प्रदेश की नीतीश सरकार आमने-सामने खड़े हैं और एक-दूसरे पर टीका टिप्पणी कर रहे हैं।
सुशील मोदी ने नीतीश सरकार को घेरा
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से कहा, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने हिंदू विरोधी मानसिकता दिखाई है और हिंदुओं की भावनाओं को आघात करने वाला एक निर्णय लिया है। स्कूलों में हिंदू त्योहारों की छुट्टियों में भारी कटौती की गई है और मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियों को बढ़ा दिया गया है। इसे हम स्वीकार नहीं करेंगे, बिहार के लोग चुप नहीं रहेंगे, वे सड़कों पर उतरेंगे।
राजनीतिक चश्मे से न देखे विपक्ष
सुशील मोदी के बयान पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने एएनआई से कहा , "शब-ए-बारात की छुट्टियां घटाई गई हैं, इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही। हिन्दुओं की छुट्टियों में कोई कटौती नहीं की गई है। जिन छुट्टियों को बढ़ाया गया है उसका कारण शिक्षा विभाग ही स्पष्ट कर सकता है। इसे राजनीतिक चश्मे से देखने से अच्छा होगा कि शिक्षा विभाग का स्पष्टीकरण देखने के बाद वक्तव्य दें।"
आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता नीतीश को सिखाएगी सबक- बीजेपी नेता
वहीं इस हंगामे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, हिंदू छुट्टियों में कटौती की गई है जबकि मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। इससे साफ पता चलता है कि नीतीश सरकार बिहार में इस्लामिक धर्म के आधार पर काम कर रही है। अगर इन छुट्टियों को फिर से बहाल नहीं किया गया तो इसका खामियाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
भाजपा के पास मुद्दा नहीं- राजद
बिहार सरकार में शामिल राजद की ओर से भी बयान दिया गया है। पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सियासत धर्म के चश्मे से नहीं होनी चाहिए। नीतीश और तेजस्वी की सरकार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शिक्षा में सुधार लगातार हो रहा है। भाजपा के पास मुद्दा नहीं है, तो ये शिक्षा में भी जहर घोल रहे हैं और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
Created On :   28 Nov 2023 11:30 AM IST