चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत किए जाने पर वाईएसआरटी पार्टी ने मनाया जश्न

YSRT party celebrates being registered by Election Commission
चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत किए जाने पर वाईएसआरटी पार्टी ने मनाया जश्न
तेलंगाना चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत किए जाने पर वाईएसआरटी पार्टी ने मनाया जश्न

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) के नेतृत्व में वाई.एस. शर्मिला ने बृहस्पतिवार को चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत किए जाने पर प्रशंसा व्यक्त की। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यहां पॉश जुबली हिल्स में पार्टी कार्यालय और टीजीई संस्थापक शर्मिला के आवास पर आयोजित समारोह में भाग लिया।

जोरदार संगीत और ढोल के बीच कई कार्यकर्ता समारोह में नाचते नजर आए। इस मौके पर आतिशबाजी भी की गई। इससे पहले शर्मिला ने केक काटकर अपनी मां वाईएस. विजयम्मा, पति अनिल कुमार और पार्टी के कुछ प्रमुख नेता के साथ जश्न मनाया।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस. जगन मोहन रेड्डी ने पार्टी को मान्यता देने के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोगों की सेवा के लिए लोकतांत्रिक तरीके से काम करना जारी रखेगी। उन्होंने ट्वीट किया कि तमाम बाधाओं के बावजूद वाईएसआरटीपी पार्टी लोगों के लिए काम करेगी और लोगों के बीच रहेगी। चुनाव आयोग ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत वाईएसआर तेलंगाना पार्टी को एक राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत किया है।

इस बीच, शर्मिला ने तेलंगाना में किसानों की लगातार आत्महत्या पर चिंता व्यक्त की और इसे रोकने के लिए कुछ नहीं करने के लिए मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की आलोचना की। वाईएसआरटीपी नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में पिछले दो दिनों के दौरान कर्ज के कारण सात किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि केसीआर को तेलंगाना के किसानों के लिए कोई चिंता नहीं है, किसान राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्ज और अन्य समस्याओं के कारण अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं।

शर्मिला तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख द्वारा दिए गए नारे का जिक्र कर रही थीं, जो भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय मोर्चा बनाने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं। शर्मिला ने पिछले साल आठ जुलाई को वाईएसआरटीपी का गठन किया और घोषणा की कि पार्टी तेलंगाना में राजन्ना राज्यम लाने का प्रयास करेगी। राजन्ना राज्यम राजशेखर रेड्डी के शासन के लिए एक नारा है, जिन्होंने 2004 और 2009 के बीच मुख्यमंत्री रहते हुए कई गरीब और कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं।

शर्मिला पहले वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) में सक्रिय थीं, जो 2011 में उनके भाई जगन मोहन रेड्डी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बनाई थी। उन्होंने जगन मोहन रेड्डी के साथ राजनीतिक मतभेदों को स्वीकार किया, जिन्होंने तेलंगाना की राजनीति में उनके प्रवेश का विरोध किया था।

(आईएएनएस)

Created On :   24 Feb 2022 5:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story