उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफे की पेशकश की, विधायक दल की बैठक कल दोपहर 3 बजे पार्टी मुख्यालय में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफे की पेशकश की है। इसके पीछे की वजह संवैधानिक संकट पैदा होना बताया गया है। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। उत्तराखंड के विधायक दल की बैठक कल दोपहर 3 बजे पार्टी मुख्यालय में होगी। त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर 10 मार्च 2021 को तीरथ सिंह को सीएम पद की शपथ दिलाई गई थी। उन्हें इस पद पर बने रहने के लिए उपचुनाव लड़ना था। इसके लिए उनके पास दो महीनों का समय बचा है। बीजेपी का प्लान तीरथ सिंह के चेहरे पर अगले साल का विधानसभा चुनाव लड़ने का था, लेकिन अब ये प्लान बदलता दिखाई दे रहा है।
तीरथ सिंह रावत ने इस संदर्भ में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि आर्टिकल 164-ए के हिसाब से उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीने में विधानसभा का सदस्य बनना था, लेकिन आर्टिकल 151 कहता है कि अगर विधानसभा चुनाव में एक वर्ष से कम का समय बचता है तो वहा पर उप-चुनाव नहीं कराए जा सकते हैं।उतराखंड में संवैधानिक संकट न खड़ा हो, इसलिए मैं मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहता हूं। तीरथ सिंह रावत देहरादून में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने जाएंगे। वहीं उत्तराखंड के विधायक दल की बैठक कल दोपहर 3 बजे पार्टी मुख्यालय में होगी। प्रदेश के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में बैठक होगी।। इस बैठक के लिए शनिवार को पर्यवेक्षकों के तौर पर केंद्र मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर देहरादून जाएंगे।
रावत बुधवार को भाजपा आलाकमान के समन के जवाब में दिल्ली पहुंचे थे। खबरों के मुताबिक रावत ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ उपचुनाव लड़ने के मुद्दे पर चर्चा की थी। हालांकि पार्टी ने कहा कि यह एक नियमित बैठक थी। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब विधानसभा चुनाव के लिए एक वर्ष से भी कम का समय बचा है। इससे पहले दिन में खबर आई थी कि तीरथ सिंह के बाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज और धन सिंह रावत को भी दिल्ली तलब किया गया है। जमीनी स्तर पर मिल रहे फीडबैक के आधार पर नेता दिल्ली बुलाए गए हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत विधानसभा के सदस्य नहीं है। जब वह सीएम बने थे तब पौड़ी गढ़वाल से सांसद थे। ऐसे में तीरथ सिंह रावत को 6 महीने के भीतर विधानसभा उपचुनाव जीतना था। उनकी गंगोत्री से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी। रावत को मुख्यमंत्री बने 10 सितंबर को छह महीने पूरे हो जाएंगे। कोविड-19 की परिस्थितियों की वजह से उत्तराखंड में उप-चुनाव भी अभी तक नहीं हुए हैं।
Created On :   2 July 2021 7:30 PM IST